May 18, 2024

थानेसर विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि 26 जनवरी 1950 को हमारा संविधान लागू हुआ था। इसके साथ ही भारत एक संपूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न गणराज्य बना था। भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने हमें विश्व का बेहतरीन संविधान दिया।

इस संविधान की बदौलत ही देश के सभी धर्मों, संप्रदायों व जातियों के लोगों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक दृष्टि से समान अधिकार प्राप्त हुए। हर नागरिक को आगे बढ़ने के समान अवसर मिले।

सुभाष सुधा शुक्रवार को लाडवा अनाज मंडी के प्रांगण में उपमंडल स्तर पर आयोजित 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में उपमंडल वासियों को संबोधित कर रहे थे। इससे दौरान विधायक सुभाष सुधा ने गणतंत्र दिवस के उपमंडल स्तरीय समारोह में राष्ट्रीय ध्वजारोहण किया और परेड का निरीक्षण करने उपरांत परेड की सलामी ली। इससे पहले विधायक सुभाष सुधा ने शहीद स्मारक पर जाकर शहीदों को पुष्प चक्र अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस दौरान पूर्व विधायक डा. पवन सैनी भी उनके साथ मौजूद थे। उन्होंने कहा कि महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत में पूर्ण स्वराज के लिए लम्बे समय तक संघर्ष किया है। उन्होंने ऐसा इसलिए किया ताकि उनकी आने वाली पीढिय़ां किसी की गुलाम बनकर न रहे और स्वतंत्र रूप से अपने अधिकारों का प्रयोग कर सके।

देश के गणतंत्र ने देशवासियों को एक सम्मान सामाजिक तथा जन-प्रतिनिधित्व का अधिकार दिया है। स्वतंत्रता के बाद से ही भारत दुनिया में एक बड़ी ताकत के तौर पर अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहा है। इसका श्रेय यहां के कर्मठ किसान-मजदूरों, कारीगरों तथा वैज्ञानिकों को जाता है जिन्होंने दिन-रात एक करके इस देश को विकास की गति प्रदान की। आज देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चंहुमुखी प्रगति कर रहा है।

उन्होंने कहा कि सदियों से इंतजार और सदियों का अभूतपूर्व धैर्य, असंख्या बलिदानों, त्याग और तपस्या के बाद प्रभु श्री राम का मंदिर अयोध्या में स्थापित हुआ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों के फलस्वरूप 22 जनवरी 2024 का सूरज देश में एक अद्भुत आभा लेकर आया है।

इस दिन अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन के बाद से प्रतिदिन पूरे देश में उमंग और उत्साह बढ़ता ही जा रहा है। भगवान श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से देशवासियों को सदियों से इंतजार के रूप में श्री राम का मंदिर मिला है। राम मंदिर के इस काम में कितने ही लोगों ने त्याग और तपस्या की है। हम सब उन असंख्य रामभक्तों, उन असंख्य कारसेवकों और उन असंख्य संत महात्माओं के भी ऋणी हैं।

सुशासन से सेवा के संकल्प के साथ जनसेवा का दायित्व संभालने वाली वर्तमान सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सबका साथ-सबका विकास और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के हरियाणा एक-हरियाणवी एक के मूलमंत्र पर चलते हुए समस्त हरियाणा और प्रत्येक हरियाणवी की तरक्की और उत्थान के लिए निरंतर कार्य किया है। वर्ष 2024 को संकल्प से परिणाम वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है।

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