April 27, 2024

कांग्रेस की ओर से सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उनकी पुण्यतिथि व लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर उन्हें नमन किया गया। इस सिलसिले में एक कार्यक्रम का आयोजन  जिला कांग्रेस सेवादल के प्रधान कुलदीप सिंह गुल्लू और उप प्रधान हरजीत सिंह बब्बल की अगुवाई में अंबाला शहर के कांग्रेस भवन में आयोजित किया गया। राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाए गए इस समारोह में सभी कांग्रेसियों ने एकजुट होकर दोनों दिवंगत नेताओं  को श्रद्धांजलि दी। साथ ही उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प भी लिया। सबसे पहले कार्यक्रम में गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे  में जान गंवाने वाले लोगों को दो मिनट का मौन रखकर  श्रद्धांजलि दी गई।

समारोह की अध्यक्षता प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष रहे  एडवोकेट रोहित जैन ने की जबकि मंच संचालन वरिष्ठ कांग्रेसी नेता देवेंद्र बजाज ने किया।  यहां अपने संबोधन में जैन ने कहा कि पूर्व पीएम इंदिरा गांधी जी नारी शक्ति की बेहतरीन उदाहरण हैं।  देशहित में उनहोंने अपनी शहादत दी थी।  इसी वजह से कांग्रेस इस दिन को बलिदान दिवस के रूप में मनाकर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि देती है। जैन ने कहा कि  इंदिरा गांधी जी हमेशा हमारी प्रेरणास्रोत रहेंगी । आयरन लेडी के नाम से पूरी दुनिया में मशहूर इंदिरा गांधी  ने देश को एक सशक्त और मज़बूत राष्ट्र के रूप में पहचान दिलाई थी। उन्होंने कहा देश की एकमात्र महिला प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी को उनके द्वारा शुरू किए गए सुधारों के लिए जाना जाता है।

वह प्रभावी व्यक्तित्व वाली मृदुभाषी प्रधानमंत्री थी  जिन्होंने अपने कड़े फैसलों को पूरी निर्भयता से लागू करने का दम दिखाया था।  उनके विरोधी भी कभी उनके कठोर निर्णय लेने की काबलियत को दरकिनार नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि वे   देश की पहली ऐसी सशक्त  महिला प्रधानमंत्री थीं  जिनके बुलंद हौसलों के आगे पूरी दुनिया घुटने टेकने के लिए मजबूर हुई थी। उनकी बदौलत ही बांग्लादेश एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में अस्तित्व में आया था। इंदिरा गांधी के इस फैसले ने  पाकिस्तान को पूरी तरह से पस्त होने पर मजबूर कर दिया था। इस दौरान कांग्रेसियों ने देश की एकता और अखंडता के सूत्रधार कहलाने वाले आजाद देश के प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई को कोटि कोटि नमन किया। जैन ने कहा कि वास्तव में वे आधुनिक भारत के शिल्पी थे!

जिस अदम्य उत्साह असीम शक्ति से उन्होंने नवजात गणराज्य की प्रारंभिक कठिनाइयों का समाधान किया, उसके कारण विश्व के राजनीतिक मानचित्र में उन्होंने अमिट स्थान बना लिया।  नीतिगत दृढ़ता के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने उन्हें सरदार और लौह पुरुष की उपाधि दी थी। गृहमंत्री बनने के बाद भारतीय रियासतों के विलय की जिम्मेदारी उनको ही सौंपी गई थी।  उन्होंने अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए छह सौ छोटी-बड़ी रियासतों का भारत में विलय कराया था।  इस दौरान जिला कांग्रेस सेवादल के प्रधान कुलदीप सिंह गुल्लू ने पूर्व पीएम इंदिरा गांधी जी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा उन्होंने आधुनिक भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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