May 18, 2024

मौसम में बदलाव के दृष्टिगत उपायुक्त एवं जिला आपदा एवं प्रबंधन प्राधिकरण के चेयरमैन कैप्टन मनोज कुमार ने गर्मी व लू से संरक्षण के लिए सभी विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों को जारी की गई एडवाइजरी के अनुसार जरूरी प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

साथ ही उन्होंने जिला वासियों से आह्वान किया कि वे खुद के बचाव के लिए जरूरी सावधानी बरतते हुए एडवाइजरी की पूर्ण अनुपालना करें।

गर्मी व लू से बचाव के लिए गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा इस संदर्भ में एडवाइजरी जारी की गई है जिसमें हर विभाग के लिए विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं, जिनकी अनुपालना अनिवार्य रूप से की जाएगी।

विशेष रूप से स्वास्थ्य विभाग जरूरी प्रबंध सुनिश्चित करें, जिनमें ओआरएस, जरूरी दवाएं, क्या करें क्या न करें की जानकारी वाले बोर्ड की स्थापना, पेयजल इत्यादि की पूर्ण व्यवस्था करें। उन्होंने आम जन से भी आहवान किया कि वे स्वास्थ्य विभाग कंट्रोल रूम में नंबर-108 पर सहायता ले सकते हैं।

उपायुक्त ने कहा कि गर्मी के मौसम में गरम हवा और बढ़े हुए तापमान से लू लगने का खतरा बढ़ जाता है, खासकर धूप में घूमने वालों, खिलाडिय़ों, बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को लू लगने का डर ज्यादा रहता है।

लू लगने पर उसके इलाज से बेहतर है, हम लू से बचे रहें यानी बचाव इलाज से बेहतर है। उन्होंने कहा कि राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग हरियाणा द्वारा जनहित में लू से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की गई है, जिसकी सभी को पालना करते हुए स्वास्थ्य सुरक्षा बनाए रखनी है।

उन्होंने बताया कि लू से बचाव के लिए स्थानीय मौसम संबंधी खबरों के लिए रेडियो सुनें, टीवी देखें, समाचार पत्र पढ़ें, गर्मी में हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहनें, अपना सिर ढक्कर रखें, कपड़े, हैट अथवा छतरी का उपयोग करें, पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं-भले ही प्यास न लगी हो, ओआरएस (ओरल रीहाइड्रेशन सॉल्यूशन), घर में बने पेय जैसे लस्सी, तोरानी (चावल का मांड) नींबू पानी, छाछ आदि का सेवन कर तरोताजा रहें।

डीसी ने कहा कि बच्चों को वाहनों में छोडक़र न जाएं उन्हें लू लगने का खतरा हो सकता है, नंगे पांव बाहर न जाएं, गर्मी से राहत के लिए हाथ का पंखा अपने पास रखें, काम के बीच में थोड़ा-थोड़ा विश्राम लें, खेत खलीहान में काम कर रहे हैं तो समय-समय पर पेड़ या छाया में ही आसरा लें। गर्मी के मौसम में जंक फूड का सेवन न करें।

ताजे फल, सलाद तथा घर में बना खाना खाएं। खासतौर से दोपहर 12 बजे से सायं 4 बजे के बीच धूप में सीधे न जाए। यदि बच्चे को चक्कर आए, उल्टी घबराहट अथवा तेज सिरदर्द हो, सीने में दर्द हो अथवा सांस लेने में कठिनाई हो तो चिकित्सक को दिखाएं

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