May 14, 2024

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा है कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर का भारतीय संविधान के निर्माण में में अतुलनीय योगदान है तथा उन्हें कोलंबिया यूनिवर्सिटी और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में अंबेडकर जी को प्रतिष्ठित छात्र के रूप में जाना जाता है।

उन्होंने समाज में फैली कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाकर लोगों को एकजुट किया। वे गुरुवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के हिस्ट्री एसोसिएशन, आईआईएचएस एवं कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के डॉ. बीआर अंबेडकर अध्ययन केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में शहीद भगत सिंह और डॉ. अंबेडकर ऑन इंडियन नेशनलिज्म विषय पर एक आयोजित एक दिवसीय शैक्षणिक सेमिनार में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे।

डॉ. बीआर अंबेडकर अध्ययन केंद्र के सह निदेशक डॉ. प्रीतम सिंह ने सभी अतिथियों का औपचारिक स्वागत किया तथा केंद्र के निदेशक प्रो. गोपाल प्रसाद ने हिस्ट्री एसोसिएशन की उपलब्धियों और सेमिनार के बारे में जानकारी प्रस्तुत की।

कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र की सबसे बड़ी खूबी उसका संविधान है जिस पर एक मज़बूत एवं समृद्ध भारत की नींव पड़ी है। उन्होंने कहा कि डॉ. अम्बेडकर का मानना था कि हम सब सर्वप्रथम और अंततः भारतीय है तथा यही हमारे राष्ट्रवाद का आधार है। उन्होंने सामाजिक पुनरुत्थान और समरसता में उन्होंने महत्वपूर्ण योगदान दिया।

शहीद-ए-आज़म शहीद भगत सिंह युवा पीढ़ी के आदर्श है व देश की आज़ादी के लिए उनका सर्वाच्च बलिदान आज के युवाओं को राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करता है। उनके क्रांतिकारी विचार राष्ट्रवाद को मजबूत करने के साथ-साथ नौजवानों को देश के प्रति प्रेम, समर्पण और त्याग की सीख देते हैं।

भगत सिंह सच्चे राष्ट्रवादी व समाजवादी थे। युवाओं को बाबा साहब और भगत सिंह के राष्ट्रवादी विचारों से भारत को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने के लिए प्रेरणा लेते हुए राष्ट्र सेवा के लिए खुद को समर्पित करना चाहिए।

इस सेमिनार में मातृभूमि सेवा मिशन, कुरुक्षेत्र के अध्यक्ष डॉ. श्री प्रकाश मिश्र ने बतौर मुख्य वक्ता क्रांतिकारी भगत सिंह और संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर को पढ़ने के लिए युवाओं को प्रेरित किया।

उन्होंने बाबा साहब के संघर्षपूर्ण जीवन की घटनाओं पर प्रकाश डालते हुए सामाजिक न्याय के लिए उनके योगदान से अवगत करवाया। उन्होंने भगत सिंह के अंग्रेजी सरकार की गुलामी से आजादी के लिए संघर्ष के दौरान महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में बताया।

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