आदिबद्री यमुनानगर में 21 कुण्डीय हवन यज्ञ और मंत्रोच्चारण के बीच अन्तर्राष्टï्रीय सरस्वती महोत्सव-2023 का पूरी श्रद्घा और उल्लास के साथ आगाज हुआ। यमुनानगर के विधायक घनश्यामदास अरोड़ा, हरियाणा समाज कल्याण बोर्ड की चेयरपर्सन श्रीमती रोजी आनंद मलिक, हरियाणा गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण गर्ग, पूर्व विधायक बलवंत सिंह, पूर्व विधायक एवं हरियाणा प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अनिल धंतोड़ी, हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमिच, हरियाणा विधि आयोग के सदस्य एडवोकेट मुकेश गर्ग, जिला परिषद के चेयरमैन रमेश ठसका, डिप्टी मेयर रानी कालड़ा, भाजपा कार्यकारिणी सदस्य देवेन्द्र चावला, डॉ. प्रीतम सिंह चेयरमैन, ब्लॉक समिति बिलासपुर की अध्यक्षा सुनीता, भाजपा नेता सुरेन्द्र बनकट, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी कपिल मनीष गर्ग, भाजपा जिला उपाध्यक्ष रामपाल नंबरदार, मंडल अध्यक्ष कल्याण सिंह, राजू सुढल, इसरो के डायरेक्टर ए.के. गुप्ता, जीएसआई डायरेक्टर परविन्द्र, कपाल मोचन श्राईन बोर्ड के सदस्य दाताराम, सुभाष गौड, नरेश कुमार सिंगला, बिलासपुर के एसडीएम जसपाल सिंह गिल, डीएसपी जितेन्द्र, बीडीपीओ जोगेश कुमार, सरस्वती हैरिटेज बोर्ड के सदस्य रोचक गर्ग, अधीक्षक अभियंता अरविन्द कोशिक, कार्यकारी अभियंता नीतिन, उपमंडल अधिकारी जसबीर सिंह, बिलासपुर के एसएचओ जगदीश चंद्र, विपिन सिंगला, भूषण, लक्ष्य बिंद्रा, तरमिन्द्र्र सिंह सेठी, दीपक भारद्वाज, सहायक सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारी स्वर्ण सिंह जंजोटर सहित सैकड़ो महानुभावों एवं बच्चों ने हवन यज्ञ में पूर्ण आहूति डाली।
इस मौके पर मुख्य अतिथि सहित अन्य महानुभावों ने पौधारोपण किया। दूसरी बार महोत्सव में सरस्वती परिक्रमा की गई और मेहमानों ने परिक्रमा करके सरस्वती से जुड़े स्थानों का अवलोकन किया। महोत्सव में शंख नाद के साथ सरस्वती जी की आरती भी की गई। इससे पूर्व सरस्वती शोध संस्थान के संस्थापक, स्वतंत्रता सेनानी एवं पदमभूषण स्वर्गीय दर्शन लाल जैन की प्रतिमा पर सभी महानुभावों ने पुष्प अर्पित किए और सरस्वती नदी के प्रति उनकी आस्था और इसके पुर्नउद्घार के लिए स्वर्गीय दर्शन लाल जैन द्वारा किए गए प्रयासों को स्मरण किया गया।
उपस्थित श्रद्घालुओं को सम्बोधित करते हुए यमुनानगर के विधायक घनश्यामदास अरोड़ा ने कहा कि सरस्वती नदी की धारा को धरातल पर बहाने के लिए बनाई गई कार्य योजना अंतिम चरण में हैं जिसके तहत 341 करोड़ रुपये की राशि से आदिबद्री क्षेत्र में सरस्वती जल भंडारण बांध बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरस्वती देवी बुद्धि, शिक्षा व विवेक की देवी है। उन्होंने कहा कि ऋषि-मुनियों ने सरस्वती नदी के किनारे अनेको धर्म ग्रंथो की रचना की है।
उन्होंने कहा कि प्रकृति की स्वाभाविक अदला बदली से सरस्वती नदी लुप्त हो गई जिसे पुन: धरा पर लाया जाएगा जिसके लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री और केन्द्रीय जल मंत्रालय प्रयत्नशील है। उन्होंने कहा कि सरस्वती नदी के किनारे भारत की सभ्यता व संस्कृति विकसित हुई। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों ने दोबारा सरस्वती नदी की खोज की और उन्होंने यह सिद्ध कर दिया है कि आदिबद्री में ही सरस्वती नदी का उदगम स्थल है। उन्होंने कहा कि आदिबद्री क्षेत्र में जल भंडारण बांध के साथ माता मंत्रा देवी तक जाने वाला झूला रज्जूमार्ग बनाया जाएगा और इस क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टिï से विकसित किया जाएगा ताकि आदिबद्री क्षेत्र व सरस्वती नदी का महत्व का सभी का पता चल सके।