राहुल गांधी ने मंगलवार को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बयान से पल्ला झाड़ लिया। उन्होंने कहा- सेना के शौर्य पर कभी सवाल नहीं उठाया है। अगर सेना कुछ करती है तो उस पर सबूत की जरूरत नहीं। ये दिग्विजयजी की निजी राय है। मैं इससे सहमत नहीं हूं।
जब हम अंग्रेजों से लड़ रहे थे, तब भाजपा-संघ के लोग उनके साथ थे। उन्हीं के नेताओं ने दो देशों का कॉन्सेप्ट दिया। जहां तक दिग्विजय जी के बयान की बात है। उन्होंने जो सर्जिकल स्ट्राइक पर कहा, उससे हम पूरी तरह डिसएग्री करते हैं।
हमारी आर्मी पर हमें पूरा भरोसा है। अगर आर्मी कुछ करे तो सबूत देने की जरूरत नहीं। मैं दिग्विजय सिंह के बयान से पूरी तरह असहमत हूं। निजी तौर पर मेरा यह मानना है कि दिग्विजयजी ने जो कुछ भी कहा, वह उनकी निजी राय है। कांग्रेस पार्टी भी इससे सहमत नहीं है।
जम्मू में ही मंगलवार को भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह से सवाल पूछने पर साथी जयराम रमेश भड़क गए। मीडिया दिग्विजय से सर्जिकल स्ट्राइक पर दिए बयान पर सवाल कर रहा था। इसी दौरान जयराम रमेश आए और कहने लगे- बहुत हो गया। आप लोग हमें चलने दीजिए। हम सभी सवालों के जवाब दे चुके हैं। आप प्रधानमंत्री से जाकर सवाल पूछिए।
दिग्विजय सिंह ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ही कहा था कि सरकार ने कभी सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत नहीं दिया। विवाद बढ़ा तो बाद में सफाई भी दी थी कि हम भारतीय सेना का सम्मान करते हैं और वह हमारे लिए सबसे ऊपर है।