हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने हरियाणा पुलिस की पंचकूला में तैनात एसीपी ममता सौदा के नेतृत्व में दुर्गम चोटियों पर साइकिल अभियान को पूरा करने वाले दस सदस्यीय दल को बधाई दी है। उन्होंने कहा ऐसे साहसिक अभियान का नेतृत्व एक महिला पुलिस अधिकारी द्वारा करना गर्व की बात है।
श्री विज ने कहा कि पुलिस स्टाफ एवं युवाओं को ऐसे अभियानों में शामिल होते रहना चाहिए। उन्होंने एसीपी ममता सौदा एवं दल के अन्य सदस्यों से अभियान की पूरी जानकारियां हासिल की। उन्होंने दल की सबसे युवा सदस्यों को आर्शीवाद दिया और सबसे अधिक आयु के सदस्य को अभियान पूरा करने पर हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि दल के सदस्यों ने इस चुनौतिपूर्ण अभियान को पूरा कर साहसिक कार्य किया है। ऐसे अभियान भविष्य में भी होने चाहिए जिससे युवाओं को प्ररेणा मिले। वहीं दल के सदस्यों ने गृह मंत्री को इस अभियान से जुड़ी एक फोटो भी भेंट की।
यह दिक्कत आई दल सदस्यों को मार्ग में
एसीपी ममता सौदा ने गृह मंत्री अनिल विज को बताया कि मार्ग में कई स्थानों पर उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, मगर उनके हौंसले बुलंद थे और दल के सभी सदस्यों ने इस अभियान को पूरा किया। उन्होंने बताया कि पंचकूला के टी-97 राइडर के साथ मिलकर यह साइकिल अभियान पूरा किया गया है। साइकिल अभियान मनाली से आरंभ किया जोकि लेह होते हुए खडदूंगला पास पर संपन्न हुआ। उन्होंने बताया कि 11 दिनों में दल ने 560 किलोमीटर का सफर तय किया। अभियान के दौरान लगभग 18 हजार फीट तक ऊंचाई में वह साइकिल चलाते हुए पहुंचे जहां ऑक्सीजन कम होने की वजह से चुनौतियों का सामना करना पड़ा। अभियान के दौरान कई दुर्गम रास्तों से भी दल के सदस्य गुजरे।
पिता के साथ दो बेटियों ने भी पूरा किया साइकिल अभियान
एसीपी ममता सौदा ने बताया कि अभियान में उनके अलावा एडवोकेट मनबीर सिंह राठी, जोगिंद्र धनखड़, सिद्वार्थ राणा, अभिषेक शर्मा, विभा राठी, दिव्या राठी, राजीव कुमार, अनिकेत चौधरी व राजेश राणा शामिल थे। उन्होंने बताया मनबीर सिंह राठी ने अपनी दो पुत्रियों दिया राठी (18 वर्षीय) व विभा राठी (19 वर्षीय) के साथ इस अभियान को पूरा किया। दल में सबसे अधिक आयु के जोगिंद्र धनखड़ शामिल रहे।
युवाओं को नशे से दूर रहने एवं प्लास्टिक बंद करने के आह्वान को लेकर पूर्ण की यात्रा
साइकिल अभियान का मक्सद युवाओं को नशे की लत से दूर रखना और पूर्ण रूप से प्लास्टिक इस्तेमाल को बंद करने के लिए जागरूता फैलाना था। यात्रा के दौरान मार्ग में दल के सदस्यों ने लोगों को जागरूक भी किया। इस दौरान कई गांव उन्हें ऐसे भी मिले जहां प्लास्टिक का प्रयोग नहीं किया जा रहा था।