
ईरान की संसद ने हाल ही में अमेरिकी हवाई हमलों के जवाब में स्ट्रेट ऑफ होर्मुज को बंद करने का प्रस्ताव पास किया है।
ये खबर से पूरी दुनिया के लिए अहम है, क्योंकि होर्मुज के रास्ते से ही दुनिया का 20-25% कच्चा तेल गुजरता है।
ईरान के इस कदम से तेल की कीमत बढ़कर 80 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गई है।
तेल की कीमत बढ़ने का मतलब है महंगाई बढ़ेगी। इससे तेल आयात करने वाले देशों की इकोनॉमी पर बुरा असर पड़ता है।
निवेशकों में डर है कि अगर तेल महंगा हुआ तो कंपनियों की लागत बढ़ेगी, मुनाफा घटेगा। इसलिए बाजार में गिरावट है।