भारत को आजाद कराने में सुभाष चंद्र बोस द्वारा दिए गए योगदान का मुकाबला नहीं है क्योंकि भारत को आजाद कराने में उन्होंने एक सशस्त्र युद्ध अग्रेंज हकुमत के खिलाफ सेना बनाकर किया, इसलिए इतिहास में उसका कोई मुकाबला नहीं है।
हिंदुस्तान की धरती अंडमान निकोबार में सबसे पहले झंडा उन्होंने लहराया था। उन्होंने कहा कि आज हम सब उनको याद करते है।
उन्होंने कहा कि वो (सुभाष चंद्र बोस) चले गए, कहां चले गए, कैसे चले गए, इसका सरकारें पता नही लगा पाई परंतु अगर आजादी के बाद वो होते तो देश का रंग रूप ही कुछ और होता।
आज पूरे देश में नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती बड़े धूम धाम से मनाई जा रही है। इसी कड़ी में हर साल की तरह अंबाला कैंट में नेता जी सुभाष पार्क में गृह मंत्री अनिल विज की अध्यक्षता में नेता जी सुभाष चंद्र बोस की जयंती बड़े धूम धाम से मनाई गई।
गृह मंत्री अनिल विज ने नेता जी को पुष्प अर्पित किए। इस मौके पर गृह मंत्री अनिल विज कहा कि हमने यहां अंबाला का सबसे खूबसूरत पार्क बनाया था और इसका नामकरण करने में बहुत चर्चा हुई थी।
इस मौके पर उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में आम तौर पर नाम तो गांधी नेहरू परिवार पर ही रखे गए लेकिन हमने नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के नाम पर इस पार्क का नाम रखा और नेता जी का यहां स्टैचू लगाया गया है। उन्होंने कहा कि हम हर साल यहां इकट्ठे होकर उनका जन्मदिन मनाते हैं।
इस अवसर पर भाजपा नेता राजीव डिंपल, किरणपाल चौहान, विजेंद्र चौहान, संजीव सोनी, बीएस बिंद्रा, अनिल कौशल, मदन लाल, आशीष अग्रवाल, दीपक ओबराय, सुभाष शर्मा, आशीष गुलाटी व अन्य मौजूद रहे।