हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने भारी बारिश के दौरान टांगरी नदी के ओवरफ्लो होने को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल को टांगरी नदी के दूसरी तरफ भी पक्का तटबंध बनाने के लिए पत्र लिखा है।
श्री विज ने पत्र में नदी के दूसरे छोर पर पक्का तटबंध बनाने के अलावा दोनों तरफ के तटबंध को स्टोन पिचिंग के जरिए मजबूत बनाने का आग्रह किया है ताकि नदी में अत्याधिक पानी आने से लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े। इसके अलावा, गृह मंत्री ने नदी से मिट्टी निकलवाकर नदी तल को और गहरा करने का भी आग्रह मुख्यमंत्री से किया है।
गौरतलब है कि इस बार पहाड़ों में अत्याधिक बारिश के दौरान टांगरी नदी में ज्यादा पानी आया है जिससे नदी एक छोर से ओवरफ्लो हो गई थी। कई कालोनियों एवं इंडस्ट्रियल एरिया में पानी आने से काफी नुक्सान हुआ था।
हालांकि गृह मंत्री अनिल विज की बदौलत शहर की तरफ वाले एक तटबंध को पूर्व में ही ऊंचा एवं पक्का करके तटबंध पर सड़क बनाई गई थी जिससे एक तरफ नदी ओवरफ्लो नहीं हुई थी।
कालोनियों एवं इंडस्ट्रियल एरिया में नुक्सान हुआ : विज
गृह मंत्री अनिल विज ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कालोनियों एवं इंडस्ट्रियल एरिया में हुए नुक्सान का जिक्र भी किया है। उन्होंने कहा कि इस साल दो बार बाढ़ आने के कारण टांगरी नदी के साथ लगती कॉलोनियों तथा इंडस्ट्रियल एरिया में लोगों का बहुत नुकसान हुआ है।
उन्होंने बताया कि टांगरी नदी के तटबंध पर बसी कॉलोनियों में बाढ़ का पानी आ जाता है जिसकी वजह से बहुत जानमाल का नुकसान होता है ।
माइनिंग न होने से नदी की गहराई केवल चार फीट रह गई : अनिल विज
गृह मंत्री अनिल विज ने पत्र में कहा है कि पहले टांगरी नदी में माईनिंग होती थी, परन्तु पिछले 15-16 सालों से माईनिंग बंद होने के कारण इस नदी में मिट्टी का लेवल बहुत बढ़ गया हैं जिस कारण बरसात का पानी आसानी से ओवरफ्लो होकर कॉलोनियों की तरफ चला जाता है।
रेलवे लाइन के निकट नदी की गहराई महज चार फीट ही रह गई है। बाढ़ का पानी रेलवे लाइन को छूने की वजह से इस साल अम्बाला-सहारनपुर लाइन पर भी रेलमार्ग बाधित हुआ।
महेशनगर ड्रेन को भी नगर परिषद क्षेत्र में पक्का करने का आग्रह
गृह मंत्री अनिल विज ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में महेशनगर ड्रेन को भी नगर परिषद क्षेत्र में पक्का करने का आग्रह किया है। हालांकि ड्रेन के दोनों सिरों पर कंक्रीट का नाला बना हुआ है, मगर बेहतर पानी निकासी के लिए नगर परिषद क्षेत्र में भी इसे कंक्रीट का बनाने को कहा गया है।