चण्डीगढ़/समृद्धि पराशर: हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के चेयरमैन सुभाष बराला ने कहा कि अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे से औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा, इससे आमजन के जीवन में परिवर्तन आएगा। इस एक्सप्रेस-वे के साथ लगते क्षेत्र के लोगों को विशेष रूप से फायदा होगा।उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे के साथ लगती बेल्ट का एरिया जिसमें डबवाली शामिल है, कॉटन के लिए प्रसिद्ध है। गुजरात में भी कॉटन अधिक होता है, इसलिए यहां कॉटन इंडस्ट्री को भी बढ़ावा मिलेगा।
यह बात हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के चेयरमैन सुभाष बराला ने आज डबवाली में अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे के साथ-साथ अन्य विकास परियोजनाओं का निरीक्षण करने के दौरान पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार की नौ वर्ष की उपलब्धियां भी बताई।
बराला ने बताया कि यह निरीक्षण विकास तीर्थ यात्रा के तहत किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार का नौ वर्ष का कार्यकाल उपलब्धियों भरा रहा है। सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं व नीतियों से लोगों के जीवन में बदलाव आया है।
उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य सडक़ों के माध्यम से क्षेत्र के लोगों के जीवन में किस प्रकार से बदलाव लाना है। इस दिशा में अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे मिल का पत्थर साबित होगा। यह एकसप्रेस-वे डबवाली से होकर गुजरेगा, जिससे यहां के औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। अमृतसर से लेकर गुजरात तक एक्सप्रेस-वे की पूरी बेल्ट कॉटन के लिए प्रसिद्ध है। इसलिए डबवाली में कॉटन इंडस्ट्रीज के साथ-साथ यहां पहले से स्थापित स्टील व अन्य इंडस्ट्री को भी मजबूती मिलेगी।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में सड़कों की व्यवस्था को सुधारने के लिए सरकार ने प्रयास तेज कर दिये हैं। अब सिरसा जिले के आखिरी छोर डबवाली से लेकर पानीपत तक करीब 300 किलोमीटर दूरी का फोरलेन सड़क बनाने की तैयारी है। डबवाली से पानीपत तक एक्सप्रेस-वे बनेगा। यह सड़क निर्माण कार्य भारतमाला परियोजना के तहत किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे गुजरात के कांडला पोर्ट से जुड़ेगा, इससे विभिन्न उत्पादों के आयात और निर्यात में वृद्धि होगी। एक्सप्रेस वे के नजदीक लगती कई रिफाइनरियों और थर्मल पावर प्लांटों के निकटता क्षेत्र के औद्योगीकरण, कॉर्पोरेट विस्तार और सामाजिक आर्थिक विकास को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह ग्रीन फील्ड कॉरिडोर पर्यटन व आर्थिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यह एक्सप्रेस-वे हरियाणा, पंजाब, गुजरात व राजस्थान के 15 जिलों से होकर गुजरेगा, जिससे इसके साथ लगते क्षेत्र में यह औद्योगिक दृष्टि से मिल का पत्थर साबित होगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में सरकार लोगों की भलाई के कार्य कर रही है। योजनाओं का पारदर्शी व सहज रूप से पात्र लोगों को सीधे लाभ पहुंच रहा है।