April 26, 2024

पुलिस अधीक्षक श्री मोहित हाण्डा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि पीवीसी शीट व्यापारी सुमित नरूला से रंगदारी मांगने व फायरिंग करने के मामले में एंटी बलगलरी स्टाफ की टीम ने दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गिरफ्तार आरोपी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के गांव बिजोपुर निवासी सागर पुत्र रमेश चंद ने अपने एक अन्य साथी के साथ यह फायरिंग की थी। सागर फिलहाल सहारनपुर के सरसावा में रह रहा था। पुलिस ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के गांव बलसुआ इसोपुर निवासी दुष्यंत पुत्र महिपाल को भी गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के कुतुबपुर निवासी नरेंद्र राणा के गैंग से हैं। जिस दिन फायरिंग हुई। उस दिन नरेंद्र राणा व दुष्यंत सरसावा में थे और वहीं से फोन पर रेकी कर सागर को जानकारी दे रहे थे।

             एंटी बलगलरी स्टाफ के इंचार्ज राजेश राणा ने बताया कि व्यापारी को काल कर नरेंद्र राणा ने रंगदारी मांगी थी। उसके कहने पर ही सागर व एक अन्य अभि नाम के युवक यह फायरिंग की है। उन्हें दुष्यंत व नरेंद्र राणा रेकी कर पूरी जानकारी दे रहे थे। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 4 दिन के रिमांड पर लिया गया है।

               लक्ष्मी गार्डन निवासी सुमित नरूला की ससौली रोड पर गणेश ट्रेडर्स के नाम से पीवीसी (पोली विनाइल क्लाेराइड) शीट की दुकान है। 22 मई को उनके पास करीब साढ़े आठ बजे अनजान नंबर से काल आई थी। काल करने वाले ने कहा था कि वह नरेंद्र राणा बोल रहा है। दोपहर 12 बजे तक 50 लाख रुपये दे देना। पैसा नहीं दिया, तो परिवार को खत्म कर देगा। अगले दिन फिर दोपहर करीब डेढ़ बजे काल आई। यह काल दूसरे नंबर से आई थी। उसमें भी काल करने वाले ने खुद को नरेंद्र राणा बताया और कहा कि रात जो पैसे के बारे में कहा था। दहशतजदा सुमित ने पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया। जैसे ही केस दर्ज कराया। केस दर्ज होने का पता आरोपियों को लग गया। 24 मई की शाम को बाइक सवार आरोपियोने व्यापारी को जान से मारने की नीयत से फायरिंग की थी। गनीमत रही थी कि उस समय व्यापारी दुकान पर नहीं था।

              आरोपी बिना नंबर की बाइक पर आए थे। दोनों आरोपियों ने कपड़े से मुंह लपेटा हुआ था। फायरिंग करने के बाद यह आरोपी सुढैल रोड की ओर फरार हो गए थे। वहीं रंगदारी मांगने के लिए जिन नंबरों से काल की गई थी। पुलिस ने उन्हें ट्रेस किया था, तो वह मैकेनिक व लेबर के निकले थे। उनसे पूछताछ की गई, तो सामने आया कि काल करने के लिए उनसे किसी ने मोबाइल मांगा था। दोनों की कोई संलिप्ता नहीं मिली थी।आरोपी नरेंद्र राणा पर चार केस सरसावा में दर्ज हैं । वहीं 10 केस हरियाणा में दर्ज हैं। जिनमें पुलिस को उसकी तलाश है। नरेंद्र राणा अपना खुद को गैंग चला रहा है। उसका गैंग यमुनानगर में भी सक्रिय है। आरोपी नरेंद्र राणा की तलाश जारी है। जल्द ही इसे भी गिरफ्तार किया जाएगा।

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