मेयर मदन चौहान ने वीरवार को कन्हैया चौक स्थित नगर निगम कार्यालय में संपत्तिकर शाखा, भवन शाखा और अभियंता शाखा के अधिकारियों व कर्मचारियों की बैठक ली। बैठक में मेयर मदन चौहान ने अधिकारियों के साथ शहर के विकास कार्यों में तेजी लाने और ब्रांचों में किए रहे कार्यों को लेकर समीक्षा की। समीक्षा के दौरान मेयर ने संपत्तिकर शाखा अध्यक्ष से जब लंबित फाइलों की रिपोर्ट मांगी तो उसमें काफी संख्या में फाइलें लंबित मिले।
जिस पर मेयर ने सख्त रवैया अपनाते हुए संपत्तिकर शाखा के तीन लिपिकों को तुरंत प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए। तीनों लिपिकों को निलंबित करने के लिए मेयर मदन चौहान ने आयुक्त आयुष सिन्हा से सिफारिश की। मेयर मदन चौहान ने कहा कि अपने कार्य के प्रति लापरवाही बरतने वाले कर्मचारी व अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा।
जो अधिकारी व कर्मचारी अपने कर्तव्य व जनता की समस्याओं के समाधान के प्रति गंभीर नहीं है, उनकी हमें जरूरत नहीं। इस दौरान उन्होंने भवन शाखा व अभियंता शाखा के अधिकारियों व कर्मचारियों को भी अपने कार्यों में तेजी लाने और लंबित फाइलों का जल्द से जल्द निपटान करने के निर्देश दिए।
बैठक में सबसे पहले मेयर मदन चौहान ने संपत्तिकर शाखा व भवन शाखा के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से नई प्रॉपटी आईडी, पार्ट प्रॉपर्टी आईडी, नक्शे व अन्य कार्यों से संबंधित फाइलों की जानकारी ली। इस दौरान क्षेत्रीय कराधान अधिकारी अजय वालिया ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। जिसमें उन्होंने बताया कि लिपिक अभिषेक के पास 261, लिपिक भूषण के पास 228 व लिपिक चंद्रमोहन के पास 124 फाइलें लंबित है। ये फाइलें माह जुलाई, अगस्त, सितंबर व अक्तूबर से लंबित पड़ी है।
इनके अलावा कुछ अन्य कर्मियों पर भी कुछ फाइलें लंबित है। इतनी अधिक फाइलें लंबित होने पर मेयर मदन चौहान ने सख्त तेवर दिखाते हुए इन तीनों लिपिकों को तुरंत प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए। उन्होंने तीनों लिपिकों को निलंबित करने के लिए निगमायुक्त आयुष सिन्हा से सिफारिश की। मेयर चौहान ने कहा कि शहरवासियों को अपनी फाइलों के निपटान के लिए कार्यालय के चक्कर न लगाने पड़े। हम ऐसी व्यवस्था करना चाहते है, लेकिन कुछ कर्मचारी व अधिकारी अपने कार्य को गंभीरता से नहीं करते, जिसके चलते लोगों को परेशानी होती है।