पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस अधीक्षक श्री मोहित हाण्डा नें आमजन से अपील करते हुए कहा कि असामाजिक गतिविधियो पर नियंत्रण पानें हेतु घरों में बाहर से आये हुए किरायदारों व नोकरो की पुलिस वेरिफिकिशन करवाकर पुलिस का सहयोग करें। क्योकि कुछ अपराधिक किस्म के व्यकित जो बाहर से आकर किराये पर रहकर अपराध को अंजाम देकर भाग जाते है फिर उनका रिकार्ड ना तो मकान मालिक के पास होता ना पुलिस के पास होता है। इसलिए कडी सुरक्षा के तहत इस मुद्दे को गम्भीरता से लेते हुए बाहर से आए हुए किरायेदारों की सत्यापन रिपोर्ट करवाकर संबधित पुलिस थाना में रिकार्ड जमा करवानें में पुलिस का सहयोग करें।
पुलिस अधीक्षक नें कहा कि पुलिस द्वारा किरायदारों व नौकरों की वेरिफिकेशन हेतु समय-समय पर विशेष अभियान चलाया जाता रहा है। अभियान के तहत जितना जल्दी संभव हो अपनें किरादारों व नोकरो का पुलिस वेरिफिकेशन करा लें। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिला के सभी व्यापारिक संस्थान,औद्योगिक संस्थान, फैक्ट्रियां, ढाबा व रेस्टोरेंट व ठेकेदारों के पास जितने भी बाहरी राज्यों के कर्मचारी हैं उनकी पुलिस वेरिफिकेशन करवा कर ही काम पर रखें। इसका रिकॉर्ड संबंधित थाना चौकी में भी जमा करवाएं। जो लोकल लोग काम कर रहे हैं उनका आधार कार्ड भी मालिक के पास होना चाहिए। जिस भी मालिक ने इस कार्य में कोताही बरती उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
अपराध पर लगता है अंकुश :-
इसके साथ ही पुलिस अधीक्षक नें कहा कि यह पुलिस रेग्यूलेशन में है। पुलिस विभाग में सत्यापन के लिए एक रजिस्टर है, जिसमें थाना क्षेत्र के नोकरो व किरायेदारों की तस्वीर के साथ उनका परिचय होता है। सत्यापन से अपराध पर भी अंकुश लगता है। सत्यापन नहीं कराने का परिणाम बड़ी-बड़ी घटनाओं के रूप में सामने आता है। जबकि वेरिफिकेशन होने उपरांत असल आरोपी पर शीघ्र ही शिकंजा कसने में कामयाबी मिलती है।