बहादुरगढ़ में एक फैक्ट्री में मीथेन गैस की चपेट में आने से चार श्रमिकों की दर्दनाक मौत हो गयी। वहीं 2 श्रमिकों की हालत गम्भीर बनी हुई है। हादसा उस वक्त हुआ जब कर्मचारी कंपनी में वेस्ट टैंक की सफाई करने में जुटे थे। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच में जुट गए।
मिली जानकारी के अनुसार, बहादुरगढ़ के गांव रोहद स्थित इंडस्ट्रियल एरिया में दिल्ली के पटेल नगर निवासी हितेश नाम के शख्स ने एयरोफ्लेस सीलिंग मटीरियल मेन्युफेक्चरिंग नाम से कंपनी खोली हुई है। कंपनी में इंजन की गैस किट बनाई जाती है। कंपनी में ही सफाई के लिए कई वेस्ट टैंक बनाए हुए है। बुधवार की दोपहर कुछ कर्मचारी इन टैंकों की सफाई में जुटे थे। इसी दौरान गैस की चोइट में 6 कर्मचारी आ गए।
कर्मचारी जैसे ही गैस की चपेट में आये तो वे अचेत होकर गिर पड़े। आनन-फानन में कर्मचारियों को बहादुरगढ़ के ही जीवन ज्योति अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें 4 श्रमिकों की मौत हो गई। जबकि दो की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। मरने वालों में यूपी के किहार निवासी राजबीर, नवाबगंज के मदिरापुर निवासी अजय कुमार, शाहजहांपुर जिला निवासी जगतपाल व बाराबंकी निवासी प्रकाश शामिल है, जबकि यूपी के ही मयंक और विकास की हालत गंभीर बनी हुई है। दोनों को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया है।
सूचना के बाद झज्जर जिले के डीसी शक्ति सिंह और एसपी वसीम अकरम मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। फिलहाल इंडस्ट्रियल सेफ्टी अधिकारियों ने श्रमिकों की मौत का कारण मिथेन गैस बताया है। फैक्ट्री के वेस्ट टेंक की सफाई पिछले लंबे समय से नहीं हुई थी। गंदगी काफी समय से जमा होने के कारण वहां पर मिथेन गैस बन गई थी। इसी गैस की चपेट में श्रमिक है और उनकी मौत हो गई। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है। जांच के लिए प्रशसनिक स्तर पर भी एक टीम बनाई गई है। जांच में जिसकी भी लापरवाही सामने आएगी उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।