प्रदेश में किसानों की आय बढ़ाने व उन्हें बागवानी की लाभकारी फसलों के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न फसलों पर विशेष अनुदान दिया जा रहा है। इसी क्रम में प्रदेश के किसानों को ड्रैगन फ्रुट की खेती के प्रति जागरूक करने के लिए प्रति एकड़ करीब एक लाख बीस हजार का अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ड्रैगन फ्रुट के गुणकारी लाभों के चलते बाजार में इसकी मांग में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है।
ड्रैगन फ्रुट रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में काफी कारगर है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, मैग्नीशियम, विटामिन ए, सी, आयरन, कैल्शियम, फाइबर आदि काफी अधिक मात्रा में मौजूद होता है। इसके साथ ही ड्रैगन फ्रुट डायबिटीज और शुगर लेवल को नियंत्रित करने में भी काफी सहायक है। विदेशी फल होने व भारत में इसकी खेती की सही जानकारी के अभाव में यह बाजार में अधिक मात्रा में उपलब्ध नही होता। जबकि बाजार में इसकी मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि जिला के किसान फसल विविधिकरण के तहत इसकी खेती को अपनाकर बाजार से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
किसानों को मिलने वाली अनुदान राशि दो भागों में विभाजित की गई है, जिसमें 50 हजार रुपये पौधारोपण के लिए व 70 हजार रुपये जाल प्रणाली के लिए दिए जाएंगे। एक किसान अधिकतम 10 एकड़ की भूमि पर अनुदान का लाभ ले सकता है। वहीं अनुदान का लाभ लेने के इच्छुक किसान का मेरी फसल – मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकृत होना अनिवार्य है। अनुदान योजना का लाभ लेने के इच्छुक किसान द्धशह्म्ह्लठ्ठद्गह्ल.द्दश1.द् बठ्ठ पर आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिला के किसानों को फसल विविधिकरण के तहत बागवानी क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए जिला बागवानी विभाग द्वारा समय समय पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन भी किया जा रहा है।