कांग्रेस नेता राहुल गांधी कहा कि कुछ दिनों पहले मैं भारत जोड़ो यात्रा से कन्याकुमारी से कश्मीर तक चला। इसका आइडिया भाजपा और RSS की ओर से देश में फैलाई गई विचारधारा से लड़ना था।
अगर हम देश में ध्यान से देखें तो भाजपा की आइडियोलॉजी साफ नजर आएगी। मणिपुर में जो हो रहा है, उससे पता चलता है कि बीजेपी की आइडियोलॉजी क्या कर सकती है।
वहां सैकड़ों लोग मार दिए गए, महिलाओं से छेड़ाछाड़ हुई, उनका रेप हुआ। बच्चों को मार दिया गया, लोगों के घर जलाए जा रहे हैं। इसके बाद भी पीएम ने मणिपुर का दौरा नहीं किया।
ऐसा लगता है कि पीएम के लिए मणिपुर देश का हिस्सा नहीं है। इसलिए वे मणिपुर को महत्व नहीं दे रहे हैं। राहुल ने मिजोरम के लुंगलेई में जनसभा को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं। वे दो दिन (16-17 अक्टूबर) के मिजोरम दौरे पर थे।
यहां आकर मेरी पुरानी यादें ताजा हो जाती हैं, जब मैं 1986 में यहां आया था। तब मिजोरम हिंसा से शांति और सद्भाव की ओर बढ़ रहा था।
1987 में आपको राज्य का दर्जा मिला, यह लंबा सफर था। यहां कई युवा बैठे हैं, जिन्होंने मिजोरम में हिंसा नहीं देखी, लेकिन पुरानी पीढ़ी को हिंसा की कीमत पता है
मिजो नेशनल फ्रंट (NMF) का रिकॉर्ड सबके सामने है। राज्य में बेरोजगारी बढ़ रही है। नशीली दवाओं पर नकेल कसने में सरकार विफल है, जिसके चलते पांच साल में 250 युवाओं की जिंदगी खत्म हो गई।
NMF खुले तौर पर उन लोगों का समर्थन करती है, जो मिजोरम के विचार पर हमला कर रहे हैं।