अम्बाला/समृद्धि पराशर: हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की सोच के अनुसार राज्य को नशामुक्त बनाने की दिशा में गत दिनों पांच करोड रूपए की हेरोइन को पकडने वाले अम्बाला कैंट थाने के एसएचओ इंस्पेक्टर नरेश कुमार को “होम मिनिस्टर मेडल” (गृह मंत्री उत्कृष्ट अन्वेषण पदक) से अलंकृत करने की घोषणा की है। इस मौके पर उन्होंने उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस स्टाफ की पीठ भी थपथपाई है।
उल्लेखनीय है कि इंस्पेक्टर नरेश कुमार ने गत दिनों ही अम्बाला छावनी में एक किलोग्राम हेरोइन सहित नशा तस्कर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की थी। पकड़ी हेरोइन की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में पांच करोड़ है। विज ने बताया कि होम मिनिस्टर मेडल के साथ-साथ इंस्पेक्टर नरेश कुमार को एक लाख रुपए पुरस्कार स्वरूप एवं छह माह सेवा में विस्तार भी प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस स्टाफ के लिए पदक प्रदान करने की घोषणा की गई थी और उसी कड़ी में इंस्पेक्टर नरेश कुमार को यह पदक उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रदान किया जाएगा।
प्रदेश में तोड़ा जा रहा नशा तस्करी का रैकेट -विज
गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि नशा तस्करों के खिलाफ समूचे प्रदेश में कड़ी कार्रवाई की जा रही है और तस्करी के रैकेट को तोड़ा जा रहा है। साथ ही अवैध कमाई से बनाई गई प्रापर्टी पर बुलडोजर भी चलाया जा रहा है।
गौरतलब है कि इंस्पेक्टर नरेश कुमार को गत दिनों नशा तस्करी की गुप्त सूचना मिली थी जिसके आधार पर उन्होंने देर रात्रि टीम गठित की थी जिसके बाद संदिग्ध गाड़ी को रोककर उसकी तलाशी ली थी। तलाशी के दौरान गाड़ी में से एक किलो हेरोइन बरामद की गई थी। तस्कर की पहचान दिशांत कुमार उर्फ डीके के तौर पर हुई है जिसे अदालत में पेश कर उसे रिमांड पर लिया गया है। जांच में खुलासा हुआ है कि यह हेरोइन एनसीआर से लेकर आया था।
उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को 30 पुरस्कार देने की घोषणा की गई है- विज
गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि पुलिस कर्मियों के उत्कृष्ट कार्य को सम्मान प्रदान करने के लिए 30 पुरस्कारों की घोषणा की गई थी। इसमें उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को 30 पुरस्कार देने तय किए गए थे जिनमें 10 पुरस्कार मुख्यमंत्री, 10 पुरस्कार गृहमंत्री तथा 10 पुरस्कार पुलिस महानिदेशक द्वारा दिए जाने हैं। गत दिवस मंत्रीमंडल की बैठक में इन पुरस्कारों के प्रस्ताव को पारित भी किया गया था।
मुख्यमंत्री वीरता पदक और गृहमंत्री उत्कृष्ट अन्वेषण पदक के विजेताओं को क्रमशः 2 लाख रुपये और 1 लाख रुपये का नकद पुरस्कार, मुख्यमंत्री व गृह मंत्री द्वारा हस्ताक्षरित प्रमाण पत्र व स्क्रॉल मिलेगा। पदक विजेता पुलिस कर्मियों को सेवा में छह महीने का विस्तार मिलेगा। इसके अलावा, पुलिस महानिदेशक उत्तम सेवा पदक से सम्मानित होने वाले कर्मियों को डीजीपी का हस्ताक्षरित प्रमाणपत्र व स्क्रॉल सहित पदक और 50 हजार रुपये मिलेंगे। एसओपी में पात्रता मानदंड, चयन समिति, समय सीमा, पदक वापस लेने, पदक का विवरण आदि सहित कई प्रावधान किए गए हैं। प्रत्येक श्रेणी में पदकों की संख्या अधिकतम 10 होगी यानी अधिकतम 30 पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया जा सकेगा। भ्रष्टाचार व अन्य मामले में फंसने पर पदक वापस लेने की स्थिति में सेवा विस्तार का लाभ नहीं मिलेगा लेकिन नकद पुरस्कार वापस नहीं लिया जाएगा।