आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और कुरुक्षेत्र लोकसभा से ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रत्याशी डॉ. सुशील गुप्ता आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की संयुक्त बैठक में शामिल हुए। इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस महासचिव कुमारी शैलजा भी मौजूद रहीं।
इनके साथ पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन बिश्नोई, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष रामकिशन गुर्जर, असंध विधायक शमशेर सिंह गोगी और कालका विधायक प्रदीप चौधरी भी मौजूद रहे।
डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि ये चुनाव देश लोकतंत्र को बचाने के लिए है। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में जब आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता मुख्यमंत्री नायब सैनी के आवास का घेराव करने गए तो सरकार ने पुलिस से पिटवाया और काफी गंभीर चोटें आईं जिस कारण 150 लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। 55 लोग तो कुरुक्षेत्र के सिविल अस्पताल में दाखिल थे। पुलिस ने किसी का हाथ, किसी का पैर तोड़ दिया तो किसी का सिर फोड़ दिया।
पुलिस ने मेरे ऊपर भी ताबड़तोड़ लाठियां बरसाईं। ये स्थिति लोकतंत्र के लिए सही नहीं है। इस स्थिति को बदलने के लिए की बदलाव जरूरी है। उन्होंने कहा कि जब से इंडिया गठबंधन बना है तब से खेलो इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया और मेक इन इंडिया की बात करने वाली भाजपा हर जगह से इंडिया नाम के हटाने पर लगी है।
उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई लड़ने के लिए एक साथ मिलकर जाने न कितने लोगों ने कुर्बानी दी, ठीक उसी प्रकार लोकतंत्र और देश को बचाने के लिए सभी दल एक साथ आए हैं। भाजपा ने लोकतंत्र खत्म करने की ठान रखी है, ईडी सीबीआई का गलत इस्तेमाल, लोगों की अभिव्यक्ति पर रोक और हर व्यक्ति को डर के साए में जीने को कर रखा है। लेकिन अब भाजपा के दिन जा चुके हैं। क्योंकि लोकतंत्र को बचाने के लिए ही इंडिया गठबंधन बना है।
उन्होंने कहा कि निष्पक्ष चुनाव कराने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयुक्त की नियुक्ति के लिए तीन लोगों का पैनल बनाया। जिसमें प्रधानमंत्री, नेता प्रतिपक्ष और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश का नाम था। लेकिन भाजपा ने संख्या के बल पर उस फैसले को पलट दिया और कानून बनाया कि चुनाव आयुक्त की प्रधानमंत्री, एक उनका मंत्री और नेता प्रतिपक्ष करेगा। यानी कि दो तिहाई बहुमत भाजपा का होगा और एक तिहाई विपक्ष का।
उन्होंने कहा कि कोई पार्टी और चुनाव महत्वपूर्ण नहीं है, इस समय देश और लोकतंत्र सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। जिसको बचाने के लिए इंडिया गठबंधन बना है। जब से इंडिया गठबंधन बना है तब से भाजपा में हड़कंप मचा हुआ है, क्योंकि इस बार पीएम मोदी की विदाई तय है।
जब इस विदाई तय की बात आई तो इन्होंने अरविंद केजरीवाल को ईडी के नोटिस भेजने शुरु कर दिए, ताकि गठबंधन टूट जाए। अब उन्हें गिरफ्तार कर लिया है लेकिन अरविंद केजरीवाल ने कहा जेल से सरकार चला लेंगे लेकिन इंडिया गठबंधन नहीं तोड़ेंगे।