सरकार ने बाढ़ का पानी उतरने के बाद मुआवजे की तैयारी शुरू कर दी है। सरकार ने तय किया कि बाढ़ से क्षतिग्रस्त मकानों को 20 हजार से 1.20 लाख रुपए तक दिए जाएंगे।
पशुओं की मौत के मामले में दुधारू की कैटेगरी बनाकर मुआवजा निर्धारित होगा। वहीं जिन किसानों की फसल पूरी बर्बाद हो गई, उन्हें 15 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा मिलेगा।
जिन किसानों की फसल को थोड़ा-बहुत नुकसान हुआ है, उनकी फसल पकने का इंतजार किया जाएगा ताकि नुकसान निर्धारित किया जा सके।
सिरसा में बाढ़ के डर से 2 गांवों के ग्रामीणों में टकराव हो गया। फरवाई कलां और पनिहारी के लोगों के हिंसक झड़प हो गई। जिसके बाद सिरसा-मानसा हाईवे जाम कर ग्रामीण उस पर डट गए हैं। माहौल तनावपूर्ण देख मौके पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
सिरसा में घग्गर का कहर थम नहीं रहा है। घग्गर के ओटू हेड में जलस्तर डेंजर लेवल से ऊपर है। यहां 4 गांवों ढाणी प्रताप सिंह, संता सिंह, रत्ताखेड़ा, कुत्ताबढ़ के किसानों ने बांध बना लिए थे, जिसे पुलिस-प्रशासन ने तुड़वा दिया। इसको लेकर किसानों और ग्रामीणों में टकराव की स्थिति भी बनी। हालांकि पुलिस ने मौका संभाल लिया।