हरियाणवी कल्चर एण्ड हैंडमेड फुलझड़ी इज दि यूनिक क्राफ्ट ऑफ हरियाणा, हरियाणा हैव इट्स रिच कल्चर एण्ड हेरिटेज ये शब्द जर्मनी डेलिगेशन की प्रतिनिधि एंजिलिका हॉफ ने विरासत दि हेरिटेज विलेज के अवलोकन के पश्चात कहे। हरियाणा में जर्मनी का डेलिगेशन कल्चरल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत हरियाणा के सांस्कृतिक स्थलों के अवलोकन के लिए विरासत में पहुंचा। यह जानकारी विरासत के संयोजक डॉ. महासिंह पूनिया ने दी।
उन्होंने बताया कि टीडीआई स्कूल कुंडली के प्राचार्य डॉ. हरेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में जर्मनी के 10 शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल विरासत में पहुंचा। इस अवसर पर विरासत की ओर से प्रतिनिधिमंडल का लोक पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। प्रतिनिधिमंडल ने हरियाणा के परिवहन के साधनों का अवलोकन किया।
इसके साथ ही सभी ने दादा खेड़े की धोक मारकर पूजा अर्चना कर हरियाणवी संस्कृति के प्रति अपना प्रेम अभिव्यक्त किया। इस मौके पर विरासत की ओर से अभिनव पूनिया एवं डॉ. महाङ्क्षसह पूनिया ने हरियाणवी संस्कृति के विविध पहलुओं से जुड़ी हुई जानकारी प्रतिनिधिमंडल को दी। उन्होंने हरियाणा की पुरातन वस्तुओं का अवलोकन किया।
साथ ही विरासत के मुख्य गेट पर लगे सौ साल से अधिक पुराने दरवाजे को देखकर जर्मनी वासी अभिभूत हो उठे। इस अवसर पर मंयंक शर्मा ने उन्हें विरासत के भावी योजनाओं एवं सांस्कृतिक पहलुओं पर विस्तार से जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर विरासत की ओर से प्रतिनिधिमंडल की मुखिया एंजिलिका हॉफ को हाथ से बनी हुई फुलझड़ी उपहार के रूप में भेंट की। हाथ से बनी फुलझड़ी को देखकर मैडम हॉफ और प्रतिनिधिमंडल के सभी सदस्य अभिभूत हो उठे। इस मौके पर जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल ने मैडम लियोनी मास, सबरीना, सलीना, लौरा, एनेलिया, माहिम सहित अनेक सदस्यों ने विरासत का अवलोकन किया।