आम नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि अम्बाला पुलिस द्वारा शहरी/ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल/कालेजों इत्यादि में विशेष अभियान चला कर लोगों को साईबर ठगी से बचने के लिए जागरूक किया जा रहा है, जिससे कि लोग सचेत रह कर साईबर ठगी के शिकार होने से बच सकें। शातिर ठग प्रतिदिन नए-नए तरीकें अपनाकर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं।
उन्होंने आगे जानकारी देते हुए बतलाया कि शातिर साईबर ठगों ने वर्तमान समय में साईबर ठगी का एक और नया तरीका अपना कर लोगों को ठगी का शिकार बनाना शुरू कर दिया है जिसमें शातिर ठग आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के माध्यम से लेनदेन सम्बन्धी आॅनलाईन लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं, जिससे सम्बन्धित प्रतिदिन मामले सामने आ रहे हैं। आधार इनेबल्ड पेमेंट लेनदेन सम्बन्धी वित्तीय धोखाधड़ी के तरीका वारदात में जालसाज फिंगर प्रिन्ट का रबड़ कालोन बनाने के बाद आधार कार्ड नम्बर किसी बैंक खाते से जुड़ा है या नहीं को चैक करते हैं।
इसके बाद जालसाज उन आधार कार्ड नम्बरों को शार्ट लिस्ट करते हैं जो बैंक खातों से जुड़े होते हैं। आधार इनेबल्ड पेमेंट लेनदेन में एक इलैक्ट्रोनिक आनॅलाईन प्लेटफार्म की आवश्यकता होती है। जालसाज कुछ दस्तावेज जमा करके किसी भी प्लेटफार्म पर आनॅलाईन एकाउंट बना लेते हैं। इसके उपरान्त जालसाज इलैक्ट्रोनिक ट्रांजैक्शन प्रोसैसिंग प्लेटफार्म के एप्प में लोगिन करते हैं और बायोमैट्रिक डिवाईस और कलोन रबड़, फिंगर प्रिन्ट का उपयोग करके लेनदेेन शुरू करते हैं।
ऐसे साईबर अपराधियों से कैसे बचें ?
सबसे जरूरी व अहम यह है कि आप अपने सम्बन्धित बैंक से आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम को डिएक्टिवेट करवाएँ और आवश्यकतानुसार ही उसका उपयोग कर दोबारा से डिएक्टिवेट करें। इस महत्वपूर्ण जानकारी बारे जनहित में एडवाईजरी जारी की जाती है। किसी भी प्रकार की वित्तीय धोखाधड़ी होने उपरान्त हैल्पलाईन नम्बर 1930 पर काॅल करके अपनी शिकायत दर्ज करवाएँ और इसके साथ-साथ अपनी शिकायत साईबर अपराध थाना या आपके सम्बन्धित थाना में स्थापित साईबर हैल्प डैस्क पर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।