अम्बाला शहर के स्थानीय विधायक असीम गोयल नन्यौला ने आज रामबाग मैदान अम्बाला शहर में जिला स्तरीय गीता महोत्सव के उपलक्ष में लगाई गई भव्य प्रदर्शनी का रिबन काटकर उदघाटन किया। इस मौके पर उनके साथ अतिरिक्त उपायुक्त सचिन गुप्ता, एसडीएम अम्बाला शहर दर्शन कुमार, नगराधीश मुकुंद, मनदीप राणा, अनुभव अग्रवाल, संजीव गोयल टोनी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
इस प्रदर्शनी में 31 स्टालों पर विभिन्न विभागों की योजनाओं के साथ-साथ वीटा मिल्क प्लांट, संस्थाओं द्वारा लगाए गये स्टाल भी महोत्सव का आकर्षण केन्द्र रहे। इससे पूर्व जिला प्रशासन द्वारा विधिवत रूप से गीता हवन यज्ञ का आयोजन भी किया गया जिसमें एसडीएम दर्शन कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी सुधीर कालडा, डीआईपीआरओ धर्मेन्द्र कुमार, डिप्टी डीईओ रेणू अग्रवाल, डीआईओ हरविंदजीत सिंह, जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी राम निवास, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी शशिकांत शर्मा, सचिव विजय लक्ष्मी, जिला कार्यक्रम अधिकारी कविता रानी, जितेन्द्र पाल शर्मा, तेजपाल, राजेश कुमार ने पूर्ण आहूति डाली।
मंचीय कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि द्वारा श्रीमदभगवद गीता के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। गीता जयंती महोत्सव के प्रथम दिन भारी संख्या मे लोगों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया और जानकारी प्राप्त की जिनमें स्कूली बच्चों के साथ-साथ अन्य लोग भी शामिल थे।
मुख्य अतिथि असीम गोयल ने इस मौके पर जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव के शुभारम्भ की बधाई देते हुए कहा कि श्रीमदभगवदगीता में भगवान श्री कृष्ण जी ने गीता जो संदेश दिया है एवं सार है स्वार्थी नहीं सारथी बनो, जीवन में जो भी कार्य करो वह अच्छा करो और दूसरों के लिए एवं मानवता के लिए कार्य करते हुए अपने जीवन को सफल बनाओ। उन्होने कहा कि भगवान श्री कृष्ण का जो रथ था वह धर्म का, सत्य का एंव कत्र्तव्य का रथ था।
श्रीमदभवदगीता में धर्म व कत्र्तव्य पर बहुत कुछ लिखा हुआ है, इसका हमें जीवन में धारण करना चाहिए। भगवान श्री कृष्ण ने कुरूक्षेत्र में अर्जुन को जो उपदेश दिया था वह केवल अर्जुन के लिए नहीं है बल्कि पूरी मानवता के लिए वह संदेश है।
उन्होंने इस मौके पर यह भी कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के पावन अवसर पर पहले दिन यहां पर जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव का शुभारम्भ हुआ है। जिला प्रशासन द्वारा यहां पर भव्य आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार कुरूक्षेत्र की धरती का अपना महत्व है, उसी प्रकार अम्बाला की धरती का भी अपना महत्व है। धर्म, कत्र्तव्य के बीच में पूरी मानव जाति को दिए हुए उपदेश पर सारा संसार चल रहा है। कुरूक्षेत्र में भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत के युद्ध के दौरान अर्जुन को गीता का संदेश दिया था।
अम्बाला में नौरंगराय तालाब है, इसका भी अपना विशेष महत्व है। कौरवों के पास विशाल सेना थी तो उस समय भगवान श्री कृष्ण अर्जुन के सारथी बने थे। उस स्थिति में अर्जुन के सामने बड़ी चुनौती थी। अर्जुन के डर को दूर करने के लिए एवं जिस विपदा में वे थे उसको निकालने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने गीता का संदेश दिया था। उन्होने उपस्थित सभी से गीता के एक श्लोक को भी हम सच्चे मन से जीवन आत्मसात कर लें तो अपने जीवन को सफल बना सकते हैं।
उन्होने इस अवसर पर यह भी कहा कि गीता का संदेश जन-जन तक पहुंचाने के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। गीता जयंती की आज भारत में ही नहीं कनेडा, आष्ट्रेलिया व लंदन तक धूम है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन में आमजन तक गीता का संदेश पहुंचे इसके लिए कार्य किए जा रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के साथ-साथ जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव के अंतर्गत इस कार्य को किया जा रहा है। गीता मुनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज द्वारा गीता के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई जा रही है।
विधायक ने इस मौके पर यह भी कहा कि गीता में धर्म और कत्र्तव्य पर काफी कुछ लिखा हुआ है। उन्होने विद्यार्थियों को भी गीता के श्लोको को अपने जीवन में उतारने बारे कहा। इस मौके पर विधायक असीम गोयल ने यह भी 10वीं, 11वीं व 12वीं के विद्यार्थियों के लिए अध्यात्म का सैशन आयोजन किया जायेगा जिसमें विद्यार्थियों के साथ-साथ उनके अभिभावक भी शामिल होंगे।
विद्यार्थियों के सामने जहां परीक्षा का डर होता है वहीं अभिभावकों को अपने बच्चों के कैरियर की चिंता होती है। अध्यात्म के इस सैशन में विद्यार्थियों के मन में जो भी जिज्ञासा होगी विश्व प्रसिद्ध पंडित विजय शंकर मेहता द्वारा उनका मार्गदर्शन किया जायेगा। उन्होंने एक बार फिर गीता जयंती के भव्य आयोजन के लिए जिला प्रशासन की भूरि-भूरि पं्रशसा की।