हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी केवल एक राजनेता ही नहीं थे, वे भारत की आत्मा की अभिव्यक्ति थे। उनके शब्दों में राष्ट्र बोलता था। उनकी वाणी में लोकतंत्र सांस लेता था और उनके विचारों में भारत का भविष्य आकार लेता था। वे ऐसे प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने राजनीति को कविता से जोड़ा, सत्ता को संवेदना से जोड़ा और राष्ट्रनीति को मानवीय मूल्यों से समृद्ध किया। मुख्यमंत्री आज सांय पुलिस ऑडिटोरियम अम्बाला शहर के सभागार में भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती के सुअवसर पर विशेष कार्यक्रम च्अपने अटलज् कार्यक्रम में उपस्थित श्रोताओं को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रसिद्ध कवि डॉ. कुमार विश्वास थे तथा कार्यक्रम के संयोजक एवं अध्यक्षता पूर्व मंत्री असीम गोयल नन्यौला द्वारा की गई।
कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, डॉ कुमार विश्वास, असीम गोयल ने अटल स्मृति संकल्प संभार मुखपत्र का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस स्मृति संकल्प के अंतर्गत प्रदेश भर में अटल जी को समर्पित सौ कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने श्री वाहे गुरू जी दा खालसा, श्री वाहे गुरू जी दी फतेह से अपना सम्बोधन शुरू किया व दशमेश पिता श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के परिवार की शहादत को नमन करते हुए कहा कि आज ही वे गुरूद्वारा श्री फतेहगढ साहिब, पंजाब में छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह जी को नमन करके यहां इस कार्यक्रम में पहुंचे। उन्हें अंबाला की इस पुण्य धरा पर आप सभी के बीच उपस्थित होकर अत्यंत गर्व, संतोष और भावनात्मक ऊर्जा का अनुभव हो रहा है। आज का यह अवसर केवल एक सांस्कृतिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह राष्ट्र की चेतना, विचार और संवेदना को नमन करने का महापर्व है।
आज हम सब भारत रत्न, युगद्रष्टा, कवि-हृदय राजनेता, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती के अवसर पर उनके विचारों, उनके शब्दों और उनके आदर्शों को स्मरण करने के लिए एकत्रित हुए हैं, वे उनको नमन करते हैं।
आज ही महान स्वतंत्रता सेनानी और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रणेता पंडित मदन मोहन मालवीय जी का भी जन्मदिन है। उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज सुधार, मातृ भाषा और भारत माता की सेवा में समर्पित कर दिया। मैं उन्हें भी नमन करता हूं।
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने प्रसिद्ध कवि डॉ. कुमार विश्वास जी का स्वागत करते हुए कहा कि कवि कुमार विश्वास वे कवि हैं जिन्होने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के सामने भी कविताएं प्रस्तुत कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया था। उन्होंने कहा कि आपकी कविताओं में राष्ट्र के प्रति समर्पण है। समाज के प्रति संवेदना है और युवा मन के सपनों की उड़ान है। उन्होने कहा कि मैं विश्वास करता हूं कि आज की यह काव्य संध्या केवल मनोरंजन नहीं करेगी, बल्कि आत्ममंथन का अवसर भी बनेगी। साथ ही, आदरणीय अटल जी के विचारों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का सशक्त माध्यम बनेगी।
आज हम आदरणीय अटल जी के जन्मदिन को सुशासन दिवस के रूप में मना रहे हैं। इसी उपलक्ष में कल ही, माननीय केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी ने अपने कर-कमलों से पंचकुला में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया है। साथ ही, उनके जीवन पर आधारित कॉफी टेबल बुक का विमोचन और रक्तदान शिविर का उद्घाटन करके उन्हें सच्ची श्रद्धाजंलि दी। उन्होंने उनकी याद में प्रदेश के विभिन्न गांवों 250 अटल पुस्तकालयों का उद्घाटन भी किया।
आदरणीय अटल जी की सबसे बड़ी विशेषता यही थी कि वे विचारधारा के प्रति दृढ़ थे। लेकिन, संवाद के प्रति सदैव खुले थे। वे विरोधियों का भी सम्मान करते थे और असहमति को भी लोकतंत्र की शक्ति मानते थे।
आज जब हम अपने अटल कहते हैं, तो यह केवल संबोधन नहीं, यह अपनेपन की अनुभूति है। आदरणीय अटल जी हर भारतवासी के अपने थे। वे गांव के किसान के भी अपने थे, सीमा पर तैनात सैनिक के भी अपने थे, संसद में बैठे सांसद के भी अपने थे और कविता मंच पर बैठे कवि के भी अपने थे।
उन्होंने कहा था कि ‘छोड़ो मत अपनी आन, कठिनाइयों में भी मत छोड़ो अपनी पहचान।’उनका यही संदेश आज भी भारत के युवाओं को संघर्ष और संकल्प का मार्ग दिखा रहा है।
यह अत्यंत प्रसन्नता का विषय है कि अटल जी की जयंती के अवसर पर काव्य और विचार का यह सुंदर संगम आयोजित किया गया है। कविता केवल शब्दों का संयोजन नहीं होती, कविता समाज का दर्पण होती है। राष्ट्र की संवेदना होती है और समय का सत्य होती है।