April 26, 2024

सोनीपत शुगर मिल में कार्यरत सुनील नाम के एक कर्मचारी को आज से करीब 22 साल पहले गोहाना में स्थित आहुलाना शुगर मिल में सल्फर अटेंडेंट के पद पर नियुक्ति मिली थी, इस पद के लिए 5 साल का अनुभव होना जरूरी था सुनील ने फर्जी तरीके से यह अनुभव प्रमाण पत्र बनवा लिया और इसी प्रमाण पत्र के जरिए उसने शुगर मिल में सल्फर अटेंडेंट के पद पर नियुक्ति हासिल की

करीब 13 साल तक उसने गोहाना स्थित शुगर मिल में अपनी सेवाएं दी लेकिन 2016 में उसका ट्रांसफर सोनीपत शुगर मिल में हो गया और इसी पद पर उसने सोनीपत शुगर मिल में करीब 5 साल नौकरी की लेकिन जब सोनीपत शुगर मिल में तैनात एमडी जितेंद्र जोशी ने उसके अनुभव प्रमाण पत्र की जांच करवाई तो वह फर्जी निकला इसके बाद सुनील को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया

उससे सरकारी तनख्वाह के रूप में दी गई राशि की रिकवरी और उस पर फर्जी तरीके से नौकरी हासिल करने के लिए फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र बनवाने की धाराओं के तहत मामला दर्ज करवाने के लिए शिकायत सोनीपत पुलिस को भी शुगर मिल प्रशासन द्वारा सौंपी गई है, आपको बता दें कि सुनील से लगभग 22 लाख रुपए रिकवर करने है।

इस मामले की जानकारी देते हुए सोनीपत शुगर मिल एमडी जितेंद्र जोशी ने बताया कि सल्फर अटेंडेट के पद पर तैनात सुनील के एक कर्मचारी के दस्तावेजों की वेरिफिकेशन करवाई गई थी जो कि नौकरी लगने के समय उस द्वारा शुगर मिल में जमा करवाए गए थे जिसमें से उसका अनुभव प्रमाण पत्र फर्जी निकला है जिसके बाद उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *