आज भाजपा की नीतियों के कारण देश का संविधान खतरे में है और लोकतंत्र को खत्म किया जा रहा है। जब जब भी देश के संविधान पर खतरा आया है जनता ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया है। इस बार भी चुनाव में जनता भाजपा को मुंहतोड़ जवाब देगी।
यह विचार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने अपने निवास स्थान पर पत्रकारों से वार्तालाप करते हुए प्रकट किए। इस मौके पर उनके साथ कांग्रेसी नेता रणबीर बूरा, पवन चौधरी, ओम प्रकाश पलवल, जिला परिषद सदस्य सुरेश वाल्मीकि, पूर्व पार्षद ओम प्रकाश ओपी, सुभाष पाली, ओमप्रकाश हथीरा तथा सुधीर चुग भी उपस्थित थे।
अरोड़ा ने कहा कि हरियाणा का चुनाव छट्ठे चरण में है इसलिए कांग्रेस अपने उम्मीदवारों पर मंथन कर रही है और जल्दी ही कांग्रेस हाईकमान प्रत्याशियों की घोषणा कर देगा। उन्होंने कहा कि प्रत्याशियों की घोषणा तो कांग्रेस ने करनी है लेकिन डर भाजपा को सता रहा है। भाजपा के पास अपने प्रत्याशी नहीं है।
10 मिनट पहले ही नवीन जिंदल और रणजीत चौटाला को भाजपा में शामिल किया गया और साथ ही साथ ही उनको उम्मीदवार घोषित कर दिया गया। इस जल्दबाजी में रणजीत चौटाला तो संवैधानिक परंपराएं भी भूल गए।
निर्दलीय विधायक को पहले विधायक पद से त्यागपत्र देना चाहिए था लेकिन उन्होंने भाजपा पहले ज्वाइन कर ली और विधायक पद से इस्तीफा बाद में दिया। विधानसभा के स्पीकर को चाहिए था कि उनका त्यागपत्र स्वीकार करने की बजाय उनकी सदस्यता रद्द करते।
पूर्व मंत्री अरोड़ा ने कहा कि आज पूरे देश में भाजपा के विरोध में लहर चल रही है। विपक्ष को लगातार डराया और दबाया जा रहा है। भाजपा नेताओं ने विपक्ष के जिन नेताओं पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते थे उन्हें भाजपा की वाशिंग मशीन में डालकर पाक साफ बताया जा रहा है।
महाराष्ट्र में अशोक चव्हाण पर भाजपा नेताओं ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे लेकिन उन्हें भाजपा में शामिल करते ही अगले ही दिन राज्यसभा की सदस्यता दे दी गई। इसी प्रकार नवीन जिंदल पर प्रधानमंत्री ने खुद कोयला घोटाले के आरोप लगाकर कोयला चोर बताया था लेकिन नवीन जिंदल को कुरुक्षेत्र से ही भाजपा प्रत्याशी बना दिया गया।