कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के प्रांगण में 75वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने विश्वविद्यालय प्रांगण में शुक्रवार को राष्ट्र ध्वज फहराया तथा एनसीसी व एनएसएस कैडेटों की भव्य परेड की सलामी ली।
इस मौके पर कुवि के यूटीडी, संगीत एवं नृत्य विभाग, आईआईएचएस व यूनिवर्सिटी सीनियर सेकेंडरी मॉडल स्कूल के विद्यार्थियों ने देशभक्ति व सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर देश के महान शहीदों को याद किया।
गणतंत्र दिवस के मौके पर कुलपति ने कहा कि 75वें गणतंत्र दिवस पर्व की सभी शिक्षकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि सही मायनों में भारत को पूर्ण स्वराज का संकल्प 26 जनवरी 1950 को पूर्ण हुआ जब भारतीय संविधान लागू हुआ और हम एक गणतंत्र देश बने। 26 जनवरी को ही 1930 में लाहौर में रावी नदी के किनारे हमारे नेताओं ने पूर्ण स्वराज की घोषणा की थी।
उन्होंने कहा कि देश में ऐसी युवा पीढ़ी को तैयार करनी है जो राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करे। शिक्षा एवं कौशल तक सीमित नहीं रहना बल्कि उस चेतना व कौशल को लाना होगा जो उन्हें अपने कर्तव्यों का बोध कराए।
इस राष्ट्रीय पर्व के लिए स्वाधिनता एवं पूर्ण स्वराज आसानी से नहीं मिला इसके लिए सभी स्वतंत्रता सेनानियों, वीर सैनिकों, महापुरुषों व संविधान निर्माता को शत-शत नमन हैं।
कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि भारत का अतीत गौरवशाली रहा है व भारत न केवल आर्थिक बल्कि सामाजिक, राजनैतिक तथा आध्यात्मिक दृष्टि से सम्पन्न था। आजादी के बाद कृषि से लेकर अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियां सराहनीय है। उन्होंने कहा कि हाल ही में चद्रयांन 3 एवं सूर्यमिशन आदित्य एल वन की सफलता ने देश की प्रतिष्ठता को चार चांद लगा दिए। उन्होंने कहा कि रक्षा के क्षेत्र में आज हम एक बड़ी ताकत है।
लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के साथ भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है तथा दुनिया की नामी कंपनियों में सीईओ भारतीय ही हैं। हाल ही के वर्षों में एक लाख से ज्यादा स्टार्टअप व 110 यूनिकॉर्न के साथ युवाओं ने सफलता की नई इबारत लिख दी है। इन सभी उपलब्धियों के लिए हमारे किसान, जवान, शिक्षक एवं मेहनती, कर्मठ, ईमानदार लोगों का हाथ हैं जिन्होंने सच्ची निष्ठा से अपने कर्तव्यों का निवर्हन किया।