चंडीगढ़/समृद्धि पराशर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी पावन शिक्षाओं व वाणी से समस्त जगत को राह दिखाने वाले श्री गुरु नानक देव जी के पावन सानिध्य के साक्षी ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री चिल्ला साहिब में माथा टेक देशवासियों के सुख समृद्धि की कामना की। इस मौक़े पर गृह मंत्री ने बाबा अजीत सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया और दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की।
इस अवसर पर उनके साथ मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित अन्य नेतागण भी मौजूद रहे।
यह गुरुद्वारा श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। ऐतिहासिक गुरुद्वारे के इतिहास के अनुसार दूसरी उदासी के समय बठिडा, भटनेर (हनुमानगढ़), रानियां से होते हुए विक्रमी संवत 1567 को गुरुनानक देव अपने शिष्य मरदाना के साथ सिरसा आए थे। श्री गुरु नानक देव जी ने यहां चिल्ला काटा यानि चालीस दिनों की तपस्या की। गुरुनानक देव जी सिरसा में चार महीने और 13 दिन रहे। जिस स्थान पर श्री गुरु नानक देव जी ने तपस्या की थी, उस स्थान पर वर्तमान में गुरुद्वारा श्री चिल्ला साहिब स्थापित है।
गुरुद्वारे में बड़ा लंगर हाल है, जहां सालाना कार्यक्रम के लिए एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं के लिए लंगर तैयार होता है। सिरसा में गुरुद्वारा चिल्ला साहिब में साल में कई बार समागम होता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेंते हैं। इस गुरुद्वारे की हरियाणा ही नहीं दूसरे राज्यों के श्रद्धालुओं में भी बड़ी आस्था है।
अमित शाह यहाँ तीस मिनट रूके और गुरुद्वारा प्रबंधकों से बातचीत कर जानकारी हासिल की। प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने केन्द्रीय गृह मंत्री और मुख्यमंत्री मनोहर लाल को सरोपा भेंट किया।
इस अवसर पर प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, सांसद सुनीता दुग्गल, विधायक गोपाल कांडा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनकड़ और मनजिंदर सिंह सरसा भी मौजूद रहे।