 
                दादरी जिला के गांव इमलोटा निवासी एक व्यक्ति पर चार दिन पहले पैट्रोल छिड़ककर आग लगाने से उपचार के चार दिन बाद मौत हो गई। मामले में कार्रवाई न होने से खफा पीड़ित के परिजन और ग्रामीणों ने मिलकर गांव इमलोटा के बस स्टैंड के पास दादरी-दिल्ली रोड जाम कर दिया।
मौके पर पहुंचे सदर थाना प्रभारी बीर सिंह और डीएसपी मुख्यालय विरेंद्र सिंह ने प्रदर्शनकारियों को आश्वस्त किया और करीब दो घंटे बाद जाम खुलवाया। परिजनों को चुनाव के तुरंत बाद आरोपी युवकों का पता लगाकर उन्हें गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया।
बता दें चार दिन पहले गांव इमलोटा निवासी 55 वर्षीय कुलवंत सैर करके वापस अपने घर आ रहा था। इसी दौरान एक बाइक पर सवार होकर तीन युवक उसके पास पहुंचे। उनमें से एक युवक ने उस पर पेट्रोल का छिड़काव किया जबकि दूसरे ने माचिस की तीली जलाकर उस पर फेंक दी। इसके बाद नकाबपोश आरोपी फरार हो गए थे जबकि कुलवंत ने कीचड़ में लेटकर शरीर पर लगी आग बुझाई।
इसके बाद झुलसी अवस्था में परिजनों ने उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया था और सदर थाना पुलिस ने उसके बयान पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया था।
गंभीर रूप से घायल कुलवंत की रोहतक पीजीआई में उपचार के दौरान मौत हो गई। इस मामले में हत्या का केस दर्ज करने व आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से क्षुब्ध ग्रामीण नेशनल हाईवे पर उतर आए।
उन्होंने मार्ग पर जाम लगा दिया। ग्रामीण जयसिंह, प्रवीन चेयरमैन व सतनाराण ने बताया कि तेल डालकर कुलवंत को आग लगाने के मामले में पुलिस द्वारा ठोस कार्रवाई नहीं की गई। जिसके चलते रोड जाम किया गया है। जाम की सूचना मिलते ही पहले इमलोटा चौकी पुलिस टीम मौके पर पहुंची लेकिन ग्रामीणों ने उनके समक्ष उच्चाधिकारियों को मौके पर बुलाने की बात कही। इसके बाद सदर थाना प्रभारी बीर सिंह, ट्रैफिक थाना प्रभारी ओमप्रकाश, डीएसपी विरेंद्र सिंह समेत सीआईए टीम मौके पर पहुंची और उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त कर दोपहर दो बजे जाम खुलवा दिया।
 
                             
                             
                             
                             
                            