इनेलो प्रत्याशी अभय चौटाला ने बुधवार को अपने चुनावी जनसंपर्क अभियान के तहत कैथल में दर्जन भर से अधिक गांवों का दौरा कर वोट की अपील की। उनके साथ इनेलो प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा सहित अनेकों इनेलो नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
अभय चौटाला ने जनसभाओं में कांग्रेस के वोट काटने के आरोप पर जवाब देते हुए कहा कि वे वोट काटने नहीं बल्कि दो लुटेरों की रांद काटने आया हूं। अभय चौटाला ने भाजपा व आप प्रत्याशी पर जमकर हमले बोले। उन्होंने कहा कि आज देश में हालात ठीक नहीं है। दस सालों में देश में भाजपा सरकार ने आम जनजीवन को परेशान करके रख दिया है। भाजपा ने मोदी की गारंटी के ऊपर वोट मांग रहे हैं।
ये नहीं बताते कि दस साल में भारतीय जनता पार्टी ने देश में कौन-कौन से वायदे किए हैं। न ही यह बताते कि आगे सरकार बनने पर क्या करेंगे। लोग सीधा पूछते हैं कि मोदी की कौन सी गारंटी की बात करते हैं। इसका एक ही जवाब भाजपा वाले देते हैं कि 2047 में विकसित भारत बनाएंगे। जब मौका था, तब तो इन्होंने देश के अधिकतर विभाग बेच दिए।
मोदी की सरकार बनने के बाद रेल बेच दी, अडानी के नाम से रेल चलने लगी, उन्हीं के स्टेशन बना दिए। हवाई कंपनियां बेच दी, हवाई अड्डे बेच दिए। इंश्योरेंस की कंपनियां बेच दी। बैंक बेच दिए। उसके साथ-साथ 19 लाख करोड़ रुपये अंबानी व अडाणी के सिर पर कर्ज को माफ कर दिया। इनका तो 19 लाख करोड़ का कर्ज माफ कर दिया, देश के किसान को एमएसपी का कानून बनाने का जो वायदा किया था, वह आज तक पूरा नहीं किया।
किसानों को वर्ष 2022 में आय दोगूनी करने का वायदा किया था, वह भी झूठा निकला। मोदी के चारों वायदे पूरे हो जाते तो देश खुशहाल हो जाता। मोदी का वायदा था कि 70 साल में कांग्रेस ने जो लूट मचाई है, वे उस पैसे को वापस लाएंगे। लोगों से आह्वान किया था कि खाते खुलवा लो, सभी के खाते में 15 लाख रुपये जमा करवाएंगे।
आज तक किसी के खाते में एक रुपया नहीं आया। न किसान के फसल के दाम मिल रहे। तीन काले कानून बनाए थे। ऐसे काले कानून थे, यदि वे लागू रह जाते तो जिस जमीन के किसान मालिक हैं, उससे बेदखल हो जाते। अपनी ही जमीन में किसान को नौकर बनने पर मजबूर होना पड़ता। मोदी ने दो करोड़ की नौकरी देने का वायदा किया था, आज युवा रोजगार के लिए विदेशों का रुख कर रहे हैं।
यही हालत स्कूलों व अस्पतालों की है, न डॉक्टर हैं, न मास्टर हैं। पूंडरी जैसे हलका के गांवों से अनेकों अनेक बच्चे विदेश में जा चुके हैं। अधिकतर बच्चे डोंकी से विदेशों में जा रहे हैं। ऐसे बच्चे 15 साल तक वापस आ ही नहीं सकता। इस दौरान यदि कोई घर में घटना हो जाए तो बच्चा वापस नहीं आ सकता। इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी की चिट्टी पर विदेशों में पीआर मिलती है।