भारत सरकार की नई स्कीम पीएम विश्वकर्मा के तहत 18 श्रेणियों के कारीगरों को सस्ती ब्याज दरों पर लोन, मुफ्त औजार, प्रशिक्षण, मार्केटिंग सपोर्ट, डिजिटल ट्रांजेक्शन (यूपीआई) को प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहन, सर्टिफिकेट तथा पहचान पत्र प्रदान किया जाएगा। डीसी कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि इस योजना का शुभारंभ माननीय प्रधानमंत्री द्वारा वेबकास्ट के माध्यम से किया है।
सरकार द्वारा बजट 2023-24 में घोषित पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए 13 हजार करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। इस योजना में छोटे औजारों का उपयोग करके अपने हाथों से काम करने वाले दस्तकारों एवं कारीगरों जैसे लोहार, सुनार, कुम्हार, बढ़ई, मोची, नाई, दर्जी, धोबी, गुडिय़ा और खिलौना निर्माता/ टोकरी निर्माता / चटाई निर्माता / झाड़ू निर्माता, मूर्तिकार, शिल्पकार, राज मिस्त्री आदि को सक्षम बनाने के लिए अनेक लाभ प्रदान किए जाएंगे।
जिसमें रियायती ब्याज दरों पर 3 लाख रूपये तक का गारंटी रहित ऋण (पहली बार 1 लाख रूपये एवं दूसरी बार 2 लाख रूपये), उन्नत कौशल के लिए मुफ्त प्रशिक्षण एवं प्रशिक्षण के दौरान 500 रूपये दैनिक भत्ता, रूपये 15 हजार रुपये तक का टूल किट, डिजिटल ट्रांजेक्शन, सर्टिफिकेट तथा पहचान पत्र प्रदान दिए जाएंगे।
प्रार्थी की आयु 18 वर्ष या इससे अधिक हो और पिछले 5 वर्षों में केंद्र सरकार अथवा राज्य सरकार की किसी भी स्वरोजगार की योजना में ऋण न लिया हो। सरकारी सेवा में कार्यरत व्यक्ति और उनके परिवार के सदस्य इस योजना के पात्र नहीं होंगे। सभी पात्र दस्तकार एवं कारीगर अपने आधार नंबर, मोबाइल, बैंक विवरण एवं राशन कार्ड के साथ अपने नजदीकी सीएससी केंद्र/ अटल सेवा केंद्र से अपना पंजीकरण करवाकर इस योजना के लाभ प्राप्त कर सकते है।
इस योजना का अधिक से अधिक लाभ पात्र लाभ उठा सके इसके लिए ग्राम पंचायतों में मुनादी करवाकर योजना के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करें। वहीं जिला के सभी सीएससी केंद्रों पर आने वाले पात्र व्यक्तियों को भी योजना की जानकारी अवश्य दी जाए।