स्कूल शिक्षा, वन एवं पर्यटन मंत्री कंवरपाल ने कहा कि वन विभाग में महिलाओं के लिए फॉरेस्ट रेंजर की भर्ती को लेकर कांग्रेस के नेता रणदीप सिंह सुरजेवाले ने जो सवाल उठाए है उनका कोई आधार नहीं है।
उन पर पलटवार करते हुए कहा कि इनकी खास विशेषता है कि वह बिना आधार के मुद्दा उठाते है, लोगों को गुमराह करना इनका विशेषाधिकार है। अपने समय में वह नियमित विधानसभा में भी नहीं आए, ऐसी ही वह अपने नेताओं को शिक्षा भी दे रहे हैं उक्त शब्द मंत्री ने सोमवार को एक होटल में आयोजित प्रेस से बात करते हुए कहे।
उन्होंने कहा कि आज महिलाएं नए आयाम स्थापित कर रही है चाहे कुश्ती का क्षेत्र है इसमें भी महिलाओं ने अपनी पहचान बनाई हंै। पहले इसमें केवल पुरूष हुआ करते थे। हमारे हरियाणा की बेटियों ने पूरे विश्व में हमारा मान बढ़ाया है। यह गौरव की बात है।
पहले सेना में महिलाएं नहीं होती थी अब वर्तमान सरकार ने सेना में महिलाओं को अधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी है । लड़ाई का नेतृत्व महिलाएं कर रही है। ऐसे दौर में अगर कोई व्यक्ति गैर जिम्मेदारा ब्यान देता है तो इसका कोई औचित्य नहीं है।
मंत्री ने कहा कि यह नियम वर्ष 1998 से लागू है, वर्ष 2013 में कांग्रेस की सरकार थी इन्ही नियमों के मापदंडों के आधार पर फॉरेस्ट की भर्ती की गई थी। ऐसा नहीं है कि यह नियम हमने शुरू किया है।
उन्होंने कहा कि पंजाब, हिमाचल सहित देश के 7 राज्यों में इस नियम के आधार पर भर्ती की जा रही है। लेकिन इन लोगों का काम सरकार का विरोध करना है। सरकार ने रोजगार के लिए भर्ती शुरू की है यह इसमें बाधा डाल रहे है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग नकारात्मक सोच से भरे हुए है।
जब देश में कोरोना था हमारे देश में वैज्ञानिकों ने कोरोना की वैक्सीन तैयार की तब भी कांग्रेस के लोगों ने विरोध जाहिर किया था। कांग्रेस के लोगों ने विरोध करना अपना अधिकार बना लिया है। लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे है।
लेकिन प्रदेश व देश की जनता इनकी सच्चाई को जानती है कोई भी इनकी बातों में नही आने वाला। इन्होंने जीएसटी का भी खूब विरोध किया लेकिन इसकी सच्चाई को व्यापारी जानते हैं, जीएसटी से व्यापारियों को लाभ मिला है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी भी जीएसटी का विरोध कर रहे है। यह हर उस योजना का विरोध करते है जिससे देश की प्रगति होती है। उन्होंने एक बार फिर कहा कि फॉरेस्ट की भर्ती में जो नियम उस समय था उसी की अनुसार भर्ती की जा रही है।