November 22, 2024

चंडीगढ़/समृद्धि पराशर: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सबसे पहले जलभराव वाले इलाकों से पानी की निकासी के साथ -साथ लोगों के लिए खाने -पीने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। इसके अलावा, खेतों से भी पानी की निकासी की जाए, क्योंकि यह बुआई का मौसम है, इसलिए किसानों को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं आनी चाहिए। उन्होंने मृतकों के लिए 4 लाख रुपए के मुआवजे की भी घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने आज गत दिनों राज्य में हुई भारी बारिश से प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के लिए लगभग 4-5 जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद उन्होंने अंबाला में जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की और जिले में बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा की।

उन्होंने कहा कि नाव के साथ साथ आज से एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर के जरिए भी गांव गांव तक भोजन पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब पानी धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है, इसलिए जींद, फतेहाबाद, फरीदाबाद,पलवल,सिरसा जिलों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।

जिन गरीब परिवारों के घरों का नुकसान हुआ है, उन्हें तुरंत दी जाएगी राहत

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिला उपायुक्तों को निर्देश दिए गए हैं कि अपने-अपने जिलों में माली नुकसान का आकलन करें। जिन गरीब परिवारों के घरों का नुकसान हुआ है, उन्हें तुरंत सरकार की ओर से मदद पहुंचाई जाएगी। इसके अलावा, आपदा प्रबंधन फंड से भी सहायता दी जाएगी।

उन्होंने कहा कि पानी की निकासी के लिए यदि प्रशासन को और अधिक पंपों की आवश्यकता है तो वे तुरंत अपने स्तर पर व्यवस्था करें या मुख्यालय को सूचित करें। पानी की निकासी के बाद इलाकों में सफाई व्यवस्था पर जरूर ध्यान दिया जाए। नागरिकों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े यह जिला प्रशासन की जिम्मेवारी है। उन्होंने कहा कि अधिकारी फील्ड में उतरकर कार्य करें। आपात सेवाओं जैसे बिजली व पानी की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करें।

सभी इलाकों में पेयजल व्यवस्था करें सुनिश्चित

मनोहर लाल ने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी इलाकों में पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करें। जहां पाइपलाइन से जलापूर्ति अभी संभव नहीं है, उन इलाकों में पानी के टैंकरों की सप्लाई सुनिश्चित करें। इस कार्य में समाजसेवी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाए। साथ ही, सीवरेज की व्यवस्था को भी दुरुस्त किया जाए।

जिलों में पशुओं के चारे की व्यवस्था की जाए, अन्य जिलों से भी चारा उपलब्ध करवाया जाएगा

मनोहर लाल ने कहा कि सरकार ने पशुओं के चारे की व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दे दिए हैं। जो जिले अपने स्तर पर पशुओं के चारे की व्यवस्था कर सकते हैं। जरूरत पड़ने पर अन्य जिलों से भी चारे की व्यवस्था करवाई जाएगी।

बरसात से प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य विभाग लगाए विशेष कैंप

मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक बारिश से 240 गांवों के प्रभावित होने की सूचना है। इसलिए इन गांवों में बीमारियों के बढ़ने की भी संभावना है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बाढ़ प्रभावित इलाकों में 2 से 3 दिनों के लिए विशेष कैंप लगाकर लोगों को दवाईयां उपलब्ध करवाएं।

बारिश से 7 जिले अधिक प्रभावित, राहत बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी

मनोहर लाल ने कहा कि औसत से अधिक बारिश होने तथा हिमाचल, पंजाब से भी पानी आने के कारण प्रदेश में बाढ़ के हालात बन गए। कहीं-कहीं तो बारिश का वर्षों का रिकॉर्ड टूट गया है। बारिश से 7 जिले अंबाला, पंचकूला, कुरुक्षेत्र, करनाल, यमुनानगर, पानीपत और कैथल अधिक प्रभावित हुए हैं। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है।

उन्होंने कहा कि अभी मानसून सीजन बाकी है, इसलिए आगे के लिए अभी से तैयारी रखें। राहत बचाव कार्याें के प्रबंधों के साथ साथ सीवरेज व्यवस्था दुरुस्त रखें। ऐसे आपातकालीन समय में सभी को एक टीम की तरह कार्य करना है। प्रशासनिक सचिवों को भी बाढ़ प्रबंधों की मॉनिटरिंग के लिए लगाया गया है। उन्होंने कहा पुलिस महानिदेशक को भी निर्देश दिए जा चुके हैं कि पुलिसकर्मी भी ऐसे समय में जिला प्रशासन के साथ सहयोग कर कार्याें में मदद करें।

जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी से कर रहा कार्य – अनिल विज

बैठक में गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि निचले इलाकों से पानी की निकासी जल्द से जल्द करें। पानी के टैंकरों की आपूर्ति के लिए भी एक सिस्टम तैयार किया जाए, ताकि जरूरत के अनुसार टैंकर भेजे जा सकें। बिजली, पेयजल और पशुओं के चारे की व्यवस्था करने पर ध्यान दें।

बैठक में अंबाला के उपायुक्त डॉ शालीन ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि जिला अंबाला घग्गर नदी, टांगरी और मारकंडा नदी के कारण अधिक प्रभावित हुआ है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा आर्मी के सहयोग से राहत बचाव कार्य जारी है। इलाकों से पानी की निकासी सुनिश्चित की जा रही है। अब केवल 10-12 गांव में ही जलभराव है, जोकि आज शाम या कल तक निकाल दिया जाएगा।

बैठक में राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा, अंबाला शहर के विधायक असीम गोयल, पशुपालन विभाग एवं डेयरी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अंकुर गुप्ता सहित जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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