हरियाणा BJP और जननायक जनता पार्टी (JJP) में खटपट बढ़ गई है। दोनों पार्टियों के नेता एक-दूसरे के खिलाफ खुलकर बयानबाजी कर रहे हैं।
ऐसे में गठबंधन सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
सरकार को चुनाव से एक साल पहले कोई खतरा न हो, इसके लिए हरियाणा BJP प्रभारी बिपल्ब देब ने दिल्ली में 4 निर्दलीय विधायकों से मीटिंग की।
देब से मुलाकात करने वाले निर्दलीय विधायकों में धर्मपाल गोंदर, राकेश दौलताबाद, रणधीर सिंह और सोमवीर सांगवान शामिल हैं।
मीटिंग के बाद बिप्लब देब ने कहा-” मीटिंग में निर्दलीय विधायकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर भरोसा जताया है। हरियाणा को समृद्ध बनाने की प्रतिबद्धता को भी दोहराया।
इस बीच शुक्रवार को हलोपा विधायक गोपाल कांडा भी दिल्ली में प्रभारी बिप्लब देब से मिले।
हरियाणा विधानसभा में 90 सीटें हैं। बहुमत के लिए 46 सीटें चाहिए। इस समय भाजपा के पास 41 और जजपा के 10 विधायक हैं।
पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर जजपा समर्थन वापस लेती और निर्दलीय साथ आते हैं तो सरकार को खतरा नहीं है।
हरियाणा में 7 निर्दलीय विधायक पंडूरी से रणधीर गोलन, महम से बलराम कुंडू, रानियां से रणजीत चौटाला, बादशाहपुर से राकेश दौलताबाद, दादरी से सोमवीर सांगवान, नीलोखेडी से धर्मपाल गोंदर, नयनपाल रावत है।
इनमें से कुंडू को छोड़ बाकी सब सरकार के साथ हैं। रणजीत चौटाला तो सरकार में बिजली मंत्री भी हैं। हलोपा विधायक गोपाल कांडा का भी सरकार को समर्थन है।