आज हम आपको दिखाएंगे ऐसे थानेदार की खबर जिसने पुलिस की नौकरी करने से पहले शपथ ली थी सेवा , सुरक्षा और सहयोग की लेकिन ये क्या पुलिस की नौकरी मिल गई, साहब को कुर्सी मिल गई तो कसम को भूल गए , पुलिस की नौकरी क्या मिल गई साहब सेवा , सुरक्षा , सहयोग का नारा भूल गए और बन बैठे पब्लिक के ही भक्षक
अब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो आखिर क्या होगा , जी हां यही कहानी है अंबाला के बलदेव नगर चौकी में तैनात प्रोबिशनल सब इंस्पेक्टर समर्पित की , जिन्होंने सिर्फ 20हजार के लालच में न केवल इस पेशे को कलंकित कर दिया बल्कि अपने मां बाप का नाम भी धूमिल कर दिया सबसे पहले आपको सुनाते है दलाल और शिकायतकर्ता के रिकॉर्डिंग के कुछ अंश
चलिए आपको बताते है पूरा मामला क्या है दरअसल शराब से जुड़ा एक मामला जिसमें धारा 120 B के तहत दर्ज FIR में से नाम निकलवाने के लिए समर्पित ने 20 हजार की मांग की ,लेकिन जब 20 हजार देने से शिकायतकर्ता ने इनकार कर दिया तो साहब का स्टेटस नीचे गिर गया और साहब 20 हजार की जगह 10 हजार में ही मान गए , बस फिर क्या था शिकायतकर्ता ने तुरंत इसकी सूचना विजिलेंस को दी
अक्सर मुलिज्मो से सवाल पूछने वाले इन साहब से जब हमारे संवाददाता ने सवाल पूछा तो अब खुद की जुबान पर मानो टेप लग गई ,साहब एक शब्द तक नहीं बोले , सुनिए क्या पूछ रहे है हमारे संवाददाता