
ट्विन सिटी में अवैध निर्माण पर नगर निगम ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आठ दुकानें सील कर दी। ये दुकानें नियमों को ताक पर रखकर बनाई गई थी। न तो इन दुकानें के नक्शे पास नहीं थे और न ही अन्य दस्तावेज। नगर निगम द्वारा इन दुकानों के संचालकों को कई बार नोटिस जारी किए। लेकिन इनके संचालकों द्वारा इन नोटिसों का कोई जवाब नहीं दिया। जिसके बाद निगम ने कार्रवाई अमल में लाई। निगम अधिकारियों के मुताबिक नगर निगम एरिया में जितने भी दुकान व मकान नियमों को ताक पर रखकर बनाए हुए हैं, उन सभी चिन्हित किया जा रहा है।
जल्दी ही उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।एटीपी लखमी सिंह तेवतिया ने बताया कि शहर में नियमों को ताक पर रखकर दुकानों व मकानों का निर्माण करने वालों के खिलाफ निगम द्वारा कार्रवाई की जा रही है। कुछ माह पहले उन्होंने जिमखाना क्लब के पास बनाई जा रही आठ दुकानों के मालिकों व मॉडल टाउन में दो स्थानों पर बनाए जा रही दुकानों के मालिकों को नोटिस दिए थे। इनके द्वारा नक्शा पास कराए व अन्य दस्तावेजों को पूरा किए बिना निर्माण कराया जा रहा था। लेकिन नोटिस के बावजूद भी इनके द्वारा न तो निगम से नक्शा पास कराया और न ही अन्य दस्तावेज पूरे कराएं।
कई नोटिस देने के बाद भी इनके द्वारा न तो नक्शा पास कराया गया और न ही अन्य दस्तावेज जमा कराए। उन नियमों की पालना नहीं की, जो निर्माण के दौरान करनी चाहिए थी। इन दुकानों को सील करने के लिए नगर निगम आयुक्त आयुष सिन्हा के निर्देशों पर एमई मुनेश्वर भारद्वाज को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया और सील करने के लिए टीम गठित की गई। टीम में उनके साथ बिल्डिंग इंस्पेक्टर नरेश, रामपाल माण, शहर थाना पुलिस कर्मी व होमगार्ड के जवानों को शामिल किया गया।
शुक्रवार सुबह इन टीम ने कार्रवाई करते हुए जिमखाना क्लब के पास एक के बाद एक आठ दुकानों को सील कर दिया। इस दौरान निगम की टीम द्वारा दुकानों पर नोटिस चस्पाया गया कि निगम की अनुमति के बिना दुकान की सील तोड़ने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा निगम की टीम मॉडल टाउन में भी पहुंची। लेकिन यहां दोनों दुकानदारों द्वारा स्टे आर्डर दिखाया। जिस पर सीलिंग की कार्रवाई नहीं की गई।