November 22, 2024
आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रमों की श्रृंखला में सूचना, जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग व जिला प्रशासन द्वारा रैड क्रास ग्राउंड सैक्टर-17, हुड्डïा जगाधरी में आयोजित तीन दिवसीय गीता महोत्सव-2022 का श्रीमदभगवत गीता जी की आरती के साथ सफलता पूर्वक समापन हुआ। समापन समारोह में हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम में मुख्यातिथि ने श्रीमदभगवत गीता पर आधारित आयोजित किए गए कार्यक्रमों में योगदान देने के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों, कलाकारों व विद्यार्थियों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर मुख्यातिथि शिक्षा मंत्री कंवर पाल द्वारा विभिन्न शिक्षण संस्थाओं व सूचना, जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग के कलाकारों  द्वारा प्रस्तुत किए गए कार्यक्रमों के प्रतिभागियों को भी पुरस्कार प्रदान किए गए। समारोह में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि गीता महोत्सव में कलाकारों द्वारा बहुत ही सुंदर प्रस्तुतियां दी गई है जो सार्थक है। उन्होंने कहा कि गीता में जो कहा गया है उस पर चलने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि गीता के श£ोकों का अर्थ समझने में बहुत समय लगेगा और पूरे देश व पूरी दुनिया में यह प्रयास हो रहा है। उन्होंने कहा कि अध्यात्मिक क्षेत्र में हिंदुस्तान अपनी पहचान बना सकता है।
शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि आज हम सब मोह में फस कर कार्य कर रहे है। धर्म की रक्षा के लिए श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का अमर उपदेश दिया जिस पर सभी को चलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गीता पूरी मानवता के लिए है और इससे सभी ज्ञान लें व गीता के दिव्य ज्ञान को पूरी दुनिया में पंहुचाए। उन्होंने स्पष्टï किया कि हमे मोह को त्यागना होगा इससे हम डिप्रेशन से बच सकते है।
उपायुक्त राहुल हुड्डïा ने मुख्यातिथि व अन्य अतिथियों का धन्यवाद किया तथा गीता महोत्सव-2022 को सफल बनाने में जिला प्रशासन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों व विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं का आभार जताया। उन्होंने कहा कि गीता एक पवित्र ग्रंथ है यह किसी एक जाति या धर्म का ग्रंथ नहीं बल्कि पूरे ब्रह्माण्ड का ग्रंथ है जो मानव को निष्काम कर्म करने का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि गीता जीवन का सार है और इसके बिना जीवन अधूरा होता है इसलिए हमें अपने जीवन में गीता का अध्ययन अवश्य करना चाहिए।
गीता महोत्सव के अंतिम दिन आयोजित सांस्कृतिक संध्या में समारोह में गीता सार परम्परा आर्ट चण्डीगढ़ के कलाकारों ने श्री कृष्ण-अर्जुन दिव्य उपदेश संवाद दृश्य, विराट रूप दर्शन व अन्य शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतिया दी जिससे दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। कलाकारों ने पूरे वातावरण को गीतामय बना दिया। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में डॉ. तारकनाथ व डॉ. गीता कपूर ने गीता पर अपने विचार रखे, छात्रा कून्नू ने कृष्ण नृत्य,राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय गुंदियाना की छात्राओं ने सोलो डांस व ग्रुप डांस, राजकीय कॉलेज छछरौली की छात्राओं ने कृष्ण भजन व भांगड़ा, डॉ. रमेश शास्त्री व डॉ. बृज पाल ने गीता के महत्व पर उदबोधन की प्रस्तुतियां दी।

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