कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं विभाग के अवर सचिव सुभाष चंद्र ने बताया कि पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय, भारत सरकार ने केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के लिए डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र को बढ़ावा देने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है। नवंबर 2021 में डॉ. जितेंद्र सिंह राज्यमंत्री(पीपी) ने किसी भी एंड्रॉइड मोबाइल फोन के माध्यम से जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक का शुभारंभ किया था। अब विभाग डिजिटल मोड के माध्यम से जीवन प्रमाणपत्र को बढ़ावा देने और फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक को लोकप्रिय बनाने के लिए एक विशेष राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू कर रहा है।
सभी पंजीकृत पेंशनभोगी संघों, पेंशन संवितरण बैंकों, भारत सरकार के मंत्रालयों और सीजीएचएस वेलनेस केंद्रों को निर्देश दिया गया है कि वे पेंशनभोगियों के सुविधापूर्ण जीवन सुनिश्चित करने के लिए, जीवन प्रमाणपत्र जमा करने हेतु डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र/फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक को बढ़ावा देने के लिए विशेष शिविरों का आयोजन करें। इसी कड़ी में, पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग की केंद्र सरकार की टीम द्वारा 24 नवंबर, 2022 को एसबीआई, मुख्य शाखा, बस स्टैंड के पास, पुराना सहारनपुर रोड, जगाधरी में केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। सभी पेंशनभोगी डिजिटल माध्यम से अपना जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए इस केंद्र पर आ सकते हैं।
उन्होंने बताया कि पहले जीवन प्रमाणपत्र भौतिक रूप में जमा करना पड़ता था और इसके लिए वृद्ध पेंशनभोगियों को घंटों बैंकों के बाहर कतारों में खड़ा रहना पड़ता था। अब, यह घर बैठे आराम से एक बटन के क्लिक से संभव हो गया है। मोबाइल द्वारा फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से जीवन प्रमाणपत्र जमा करने की प्रक्रिया में, आधार संख्या, ओटीपी के लिए मोबाइल नंबर, पीपीओ नंबर, बैंक/डाकघर के साथ खाता संख्या के ब्यौरे पहली बार आवश्यक हैं। यह सुविधा राज्य सरकार के कर्मचारियों और राज्य के कोषागार कार्यालय के रूप में संवितरण प्राधिकरण के लिए भी उपलब्ध है।
उन्होने बताया कि केंद्रीय दल ने सभी पेंशनभोगियों से विभाग के यूटयूब चैनल DOPPW_INDIA OFFICIAL को देखने का आग्रह किया जहां फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक के माध्यम से अपना जीवन प्रमाणपत्र जमा करने की प्रक्रिया के बारे में हिंदी और अंग्रेजी में सरल भाषा में दो वीडीयो अपलोड किए गए हैं। उन्होंने केंद्रीय टीम ने सभी पेंशनभोगियों से अनुरोध किया है कि डिजिटल माध्यम से अपना जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए केंद्र पर पधारें।