हरियाणा प्रदेश में विभिन्न विषयों के 14 हजार के लगभग अध्यापक भर्ती होने है। इन अध्यापकों को हरियाणा सरकार में नौकरी पाने के लिए अब अध्यापक पात्रता परीक्षा की अनिवार्यता को पूरा करना होगा। पिछले वर्ष हरियाणा सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी करके सैंट्रल टीचर एलीजबिल्टी टैस्ट व एचटेट को एक समान मान्यता दे दी थी। अब सरकार ने अपने इस निर्णय को वापिस ले लिया है। यह बात हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह ने भिवानी में पत्रकार वार्ता के दौरान कही।
बोर्ड चेयरमैन डॉ जगबीर सिंह ने बताया कि अब केवल एचटेट पास अभ्यार्थी हरियाणा की सरकारी भर्तियों में अध्यापक भर्ती हो पाएंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र के विद्यालयों में एचटेट व सीटेट होने का विशेष प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने साफ किया कि यह निर्णय इसीलिए लिया गया है कि सीटेट की परीक्षा अधिकत्तर हरियाणा से बाहर के विद्यार्थी करते है, ऐसे में प्रदेश के विद्यार्थियों को कम अवसर मिलते थे।
इसीलिए एचटेट की अनिवार्यता की गई है। अब हरियाणा में होने वाली 14 हजार अध्यापकों की भर्तियां हरियाणा स्टाफ सैलेक्शन कमीशन या हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन करे, इसके लिए एचटेट पास परीक्षार्थी ही योग्य है। इस मौके पर बोर्ड चेयरमैन ने 29 सितंबर से 17 अक्तूबर तक चलने वाली बोर्ड की सपलीमेंटरी परीक्षाओं के एडमिट कार्ड भी ऑनलाईन तरीके से जारी किए।
बोर्ड चेयरमैन ने बताया कि 10वीं व 12वीं की कंपार्टमेंट, अतिरिक्त अंक व इंर्पूवमेंट की परीक्षाएं 29 सितंबर से 17 अक्तूबर तक सांयकालीन पारी में दो बजे से साढ़े चार बजे तक आयोजित की जाएगी। इन परीक्षाओं में प्रदेश भर के 30 हजार 584 परीक्षार्थी 44 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षाएं देंगे। शिक्षा बोर्ड द्वारा परीक्षाओं को नकल रहित संचालित करने के लिए 60 उडऩेदस्तों का गठन किया गया है, जो परीक्षाओं पर पैनी नजर रखेंगे।
उन्होंने बताया कि परीक्षार्थियों को परीक्षा से 30 मिनट पहले अपने मूल आधार कार्ड व रंगीन प्रवेश पत्र के साथ परीक्षा केंद्र पर पहुंचना होगा। जो दिव्यांग परीक्षार्थी लेखक लेना चाहते है, उन्हे अपने जिला के मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी मैडिकल प्रमाण पत्र व लेखक की सत्यापित फोटो के साथ अपना प्रार्थना पत्र देकर बोर्ड से अनुमति लेनी होगी। इस मौके पर बोर्ड चेयरमैन ने कहा कि अब हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की इतिहास विषय की छठी से 10वीं तक की पुस्तके हिंदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं में प्रकाशित कर दी गई हैं। उन्होंने मीडिया के सामने इन पुस्तकों की प्रतियों का विमोचन किया।