नोएडा में सुपरटेक के दो ट्विन टावर को रविवार को पलक छपकते ही जमींदोज कर दिया गया. 30 और 32 मंजिला ये गगनचुंबी इमारतें बस चंद सेकेंड्स में ही मिट्टी में मिल गईं. बस एक बटन दबाते ही 60 सेकंड के अंदर पूरी बिल्डिंग धराशायी हो गई. 9000 से ज्यादा छेद कर 3700 किलो बारूद भर इस टावर को ध्वस्त कर दिया गया. इसके बाद तीन किलोमीटर इलाके तक धूल फैलती दिखी. प्रदूषण पर काबू पाने के लिए एंटी फगिंग गन और 75 वाटर टैंक तैयार थे.
भ्रष्टाचार की नींव पर खड़े सुपरटेक बिल्डर के ट्विन टावर आज दोपहर 2:30 बजे चंद सेकेंड में जमींदोज हो गया। पहली बार अदालत के आदेश पर इतनी बड़ी इमारतों को गिराया गया। इसके लिए हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक लंबी लड़ाई लड़ी गई। आखिरकार जीत आम आदमी की हुई जिसने बिल्डर की मनमानी के खिलाफ आवाज उठाकर भ्रष्ट तंत्र को घुटनों पर ला दिया।
CEO नोएडा प्राधिकरण रितु माहेश्वरी ने कहा कि सारा मलबा साइट के अंदर ही है। थोड़ा मलबा रोड पर आया है। साइट का निरिक्षण किया जा रहा है। धूल तुरंत हट गई थी। थोड़ी देर में सफाई का काम शुरू होगा। गैस और बिजली की सप्लाई दोबारा शुरू करा कर लोगों को 6.30 बजे के बाद अपने घरों में आने की इजाजत होगी।