बहरहाल, शहर निवासी पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार ने बताया कि चूँकि गत माह जून में ही असीम गोयल को विधानसभा स्पीकर द्वारा विधायकों के प्रोटोकॉल सम्बन्धी कमेटी का चेयरपर्सन बनाया गया जिसमें सदस्यों भारत भूषण बतरा, प्रमोद कुमार विज, मोहन लाल बड़ोली, जोगी राम सिहाग, नरेंद्र गुप्ता, नयन पाल रावत और रेणु बाला सदस्य है.
गत अप्रैल में ही अम्बाला जिले के मुलाना ( आरक्षित) विधानसभा हलके से पहली बार निर्वाचित कांग्रेस विधायक वरूण चौधरी, जो कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष फूल चंद मुलाना के सुपुत्र हैं, को स्पीकर महोदय द्वारा सदन की एक अन्य स्थायी एवं महत्वपूर्ण वित्तीय कमेटी लोक लेखा समिति ( पब्लिक अकाउंट कमेटी ) का पहली बार चेयरमैन बनाया गया. ऐसा पहली बार हुआ है कि हरियाणा विधानसभा की 3 वित्तीय कमेटियों में से 2 के चेयरमैन अंबाला जिले के विधायक हों – एक सत्ताधारी पार्टी से और दूसरा विपक्षी दल से.
हेमंत ने बताया कि असीम गोयल हरियाणा में खट्टर सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान भी मंत्री या किसी सरकारी बोर्ड/निगम के चेयरमैन पद पर आसीन नहीं हो पाए थे हालांकि तत्कालीन विधानसभा स्पीकर कँवर पाल गुर्जर (जो प्रदेश के मौजूदा शिक्षा मंत्री हैं ) द्वारा उन्हें सदन की शहरी स्थानीय निकाय और पंचायती राज संस्थाओ के विषय पर बनी कमेटी का चेयरमैन नियुक्त किया गया था.