महम के मोखरा के ग्रामीण सैर करने के लिए खेतों में गए तो खेतों में पानी भरा हुआ था तभी उन्होंने देखा कि ड्रेन पटरी की पटरी टूटी हुई है ओर खेतो में पानी ही पानी दिखाई दे रहा है । तभी उसकी सूचना प्रसासनिक अधिकारियो को दी । सूचना पाकर नहर महकमे के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने बड्रेन का मुहाना किया । वही प्रसासनिक अधिकारियों ने किसानों के साथ मिलकर 4 घण्टे की कड़ी मशक्कत के साथ उसको बंद किया लेकिन तब तक सैकड़ों एकड़ जमीन जलमग्न हो चुकी थी। ग्रामीणों का आरोप है कि ड्रेन की पटरी सही तरीके से नहीं बंधी हुई थी ।
ड्रेन में ज्यादा पानी आने व कमजोर पटरी के कारण यह हादसा हुआ है। किसानों का कहना है कि पानी का बहाव इतना ज्यादा था की वह प्रशासन के साथ पटरी बंद करवा रहे थे तभी दो ट्रैक्टर भी पानी में बह गए। किसानों का कहना है कि उनके खेतों का पानी जल्द निकाला जाए अन्यथा उनकी ज्वार व ईंख की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगी । वह सरकार से मांग करते हैं कि जलभराव में हुई खराब फसल की गिरदावरी करवाकर उन्हें मुआवजा दिया जाए ।