रेलवे कोविड के बाद धीरे धीरे अब रिस्टोर हो रहा है। आने वाले दिनों में सभी ट्रेनें ट्रैक पर आ जाएंगी और बिजली की कमी पूरी होते ही रेलवे यात्रियों की परेशानी को पूरे तरीके से दूर कर देगा। डीआरएम रेलवे गुरविंदर मोहन सिंह ने बताया कि कोविड-19 को देखते हुए सरकार ने भीड़ को कम करने के उद्देश्य से सभी गाड़ियों को रिजर्व कर दिया गया था और जरनल टिकट की सेल बंद कर दी थी।
उन्होंने कहा कि अप्रैल में सरकार ने सभी ट्रेनस को डी-रिजर्व कर दिया था परंतु रिजर्वेशन का समय 120 दिन होता है इसीलिए धीरे-धीरे सभी गाड़ियों को डी-रिजर्व कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 30 जून तक सभी गाड़िया डी रिजर्व हो जाएगी जिससे यात्रियों को सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी।
डीआरएम ने बंद पड़ी गाड़ियों के बारे में बताया की अभी तक लगभग 45 प्रतिशत ही रेलगाड़ियां चल पाई है उनका कहना है कि बिजली की खपत ज्यादा होने के कारण व खेतो में बुवाई का समय भी चल रहा है जिस कारण किसानों को ज्यादा बिजली की जरूरत है जिस कारण हमें पूरी बिजली उपलब्ध नहीं हो पा रही जिसका प्रभाव कुछ रेलगाड़ियों पर पड़ रहा है। अभी मानसून आने तक ऐसा रहेगा। हम कम मात्रा में रेल गाड़ी चला पा रहे हैं। जैसे-जैसे गर्मी खत्म होगी, हमें ज्यादा बिजली उपलब्ध हो जाएगी और हम ट्रेन पुरी तरह से चला पाएंगे।
वही ट्रेन में सामान लेकर यात्रा करने वाले लोगो के लिए डीआरएम ने कहा कि यात्रियों के लिए अलग-अलग केटेगिरी के लिए सामान ले जाने की लिमिट है जो पहले से ही है जिसमे ज्यादा सामान लेकर जाने वाले यात्रियों को टिकट लेनी होती है लेकिन कुछ लोग इस रूल को मान नहीं रहे है इस लिए इस क़ानून में कुछ सख्ताई लाइ जाएगी जिससे दूसरे यात्रियों को कोई परेशानी न हो।