माता-पिता का सपना होता है कि उसकी लाडली की डोली उसके घर से खुशी-खुशी उठे। माता-पिता भी अपनी बेटी की शादी में अपनी हैसियत से ज्यादा खर्च करके शादी की व्यवस्था करते हैं। महेंद्रगढ़ में भी एक माता पिता ने अपनी दो बेटियों की शादी 12 मई को निश्चित की। बारात अलग-अलग जगहों से आनी थी इसलिए यह तय किया गया कि पहले बड़ी बेटी की बारात आएगी और उसके बाद में छोटी बेटी की। बड़ी बेटी की शादी तो बड़ी शांति के साथ संपन्न हो गई परंतु छोटी बेटी की आई बारात देर से पहुंची।
दूल्हा घोड़ी पर सवार होकर गाजे बाजे के साथ दुल्हन के घर के लिए निकला। बताया जा रहा है कि बाराती शराब के नशे में धुत थे। रात के एक बजे तक सड़क पर ही बराती हुड़दंग करते रहे। किसी ने पुलिस को सूचना दी तो 112 नंबर गाड़ी ने आकर डीजे बंद करा दिया। उसके बाद बराती व दूल्हा जिद पर अड़ गए कि बैंड बाजे का प्रबंध किया जाए। वधू पक्ष की तरफ से बैंड बाजे का प्रबंध किया गया परंतु बारातियों के सर पर शराब का नशा बहुत हावी हो चुका था। उन्होंने बाजे वालों के साथ भी बदतमीजी शुरु कर दी।
दूल्हा दुल्हन के घर के दरवाजे पर पहुंचा तो उसने भी सारी हदें पार कर दी और माला व सेहरा उतार कर फेंक दिए। दुल्हन व उसके माता-पिता व परिवार को गाली देने लगा। इसके साथ बारातियों ने भी काफी उत्पात मचाया। बताया जा रहा है कि दूल्हा भी शराब के नशे में धुत था। दुल्हन ने जब यह सारा नजारा देखा तो उसने सात फेरे लेने से ही मना कर दिया। वर पक्ष की तरफ से काफी मान मनुहार तक की गई परंतु दुल्हन ने कहा कि जो मेरे माता-पिता या रिश्तेदारों का अपमान करेगा वह उसके साथ शादी नहीं करेगी । इसके साथ ही वधू पक्ष ने भी तय किया कि ऐसे लड़के के साथ शादी नहीं करेंगे। बात बिगड़ती देख बरात वहां से बैरंग लौटी और वधू पक्ष का खाना ओर सारा सामान बेकार गया।