उप पुलिस अधीक्षक बिलासपुर श्री आशीष चौधरी ने आज लघु सचिवालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि 15 अप्रैल की 2022 की रात को जानू बाल्मीकि की जगाधरी के विंटेज ग्रिल पैलेस में गोलियां मारकर हत्या कर दी थी और उसके तीन साथी गोलियां लगने से घायल हुए थे। तब सैक्टर-17 थाना पुलिस पंजाब निवासी जानू के दोस्त मोहित की शिकायत पर मनोज उर्फ सैंटी, सचिन पंडित, सुमित राणा को नामजद करते हुए 10-15 अन्य पर मामला दर्ज किया था।
उप पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दलित समाज के लोग कई बार एसपी डीसी से मिल चुके हैं। पुलिस टीम ने अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। जानू बाल्मीकि हत्याकांड में एंटी बर्गलरी स्टाफ के हाथ बड़ी सफलता लगी है। मुख्य आरोपी मनोज उर्फ सेंटी जाट अजरबजान भाग गया था। पुलिस ने उसे वहां से डिपोट करवाया। उसके गांव जगीरन सरसावा यूपी से गिरफ्तार किया। आरोपी पर ₹25000 नगद इनाम था।
प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए डीएसपी बिलासपुर आशीष चौधरी ने बताया इस मामले में एससी एसटी एक्ट होने के कारण गिरफ्तारी उनकी तरफ से डली है। आरोपी को सुरक्षा के मद्देनजर कोर्ट में पेश किया गया। जहां से 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। उन्होंने बताया कि अब हम केस के अंत की तरफ जा रहे हैं। आरोपी से पता करेंगे कि हत्या के पीछे उसका उदेश्य क्या था। हालांकि शुरुआती जांच में सामने आया है आरोपी और पीड़ित दोनों पर आपसी मुकदमे दर्ज है। इसी रंजिश में जानू को मारा गया। दिसंबर 2021 में भी जानू पर गोली चलाई गई थी। तब भी सचिन पंडित और सेंटी जाट का हाथ था। रिमांड के दौरान आरोपी मनोज से हथियार बरामद करना है। इसके अलावा पासपोर्ट व अजरबजान की टिकट बरामद करनी है। उन्होंने बताया कि विदेशी पुलिस की भी हमें सहायता मिली है। गृह व विदेशी मंत्रालय से भी वेरिफिकेशन किया जाएगा। जांच में सामने आया कि आरोपी के ऊपर पांच मुकदमे दर्ज हैं। तीन विचाराधीन हैं। हत्या के प्रयास और डकैती का एक मामला अंबाला में दर्ज है। करनाल में हत्या का मामला दर्ज है। इन सब में भी उसकी गिरफ्तारी होनी है। आरोपी का रिकार्ड बताते हुए डीएसपी ने बताया कि आरोपी रंगदारी डकैती और गैर शराब का कार्य करता रहा है। इसके अन्य आरोपी साथियों के पासपोर्ट अभी नहीं बने हैं। उन्हें भी जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लेंगे। डीएसपी ने बताया कि आरोपी घटना के तीसरे दिन तत्काल टिकट लेकर विदेश में अजरबैजान भाग गया था। उन्होंने एंटी बर्गलरी स्टाफ इंचार्ज राजेश राणा व उनकी टीम की सराहना करते हुए कहा पुलिस ने जहां बेहतर कार्य किया वहीं पीड़ित को इंसाफ दिलाने का कार्य किया है।