जटोला – ततारपुर – असावटी मार्ग पर जाम लगाते हुए दिखाई दे रहे ये गुस्साए लोग जटोला गाँव ओर आस-पास के निवासी है। जो मृतक सुनील के शव को सड़क पर रखकर मृतक के परिवार से एक नोकरी और बच्चों के पालन पोषण के लिए उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं। यह हादसा बुधवार की सुबह करीब 6 बजे हुआ। जब सुनील बाइक पर सवार होकर अपने घर से गांव दूधोला स्थित कपनी में ड्यूटी के लिए जा रहा था। तो गाँव से बाहर निकलते ही जटोला- ततारपुत मार्ग पर 11 हजार वोल्टेज बिजली की तार टूटकर सुनील के हाथ के ऊपर गिर गई और करंट से आग लगकर उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
परिजनों और ग्रामीणों का जिस समय यह हादसा हुआ था। उस समय उन्होंने बिजली विभाग को भी सूचित किया था। लेकिन आधे घन्टे तक बिजली विभाग का कोई कर्मचारी ना तो मौके पर पहुँचा। जिसके बाद गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने जटोला – ततारपुर मार्ग पर ट्रेक्टर लगाकर उसे जाम कर दिया। सूचना मिलते ही गदपुरी थाना पुलिस भी मौके पर पहुँच गई। लेकिन ग्रामीणों ने पुलिस को मौके से शव को नहीं उठाने दिया।
ग्रामीणों में बिजली विभाग के प्रति रोष व्याप्त है। उनका कहना है कि पिछले तीन – चार दिन से यह तार स्पार्किंग कर रहा था। लेकिन बिजली विभाग ने उनकी शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया। यह हादसा बिजली विभाग की लापरवाही से हुआ है। वही मृतक के चाचा रामपत ने बताया कि सुनील गांव दूधोला स्थित एंड्राइज कंपनी में काम करता है। घर मे कमाने वाला वह अकेला ही है। उसके दो बच्चे और दो छोटी बहनें है। एक बहन की शादी हो चुकी है। जबकि एक बहन अभी भी कुंवारी है। सुनील की मौत के बाद उनके सामने अब रोजी रोटी संकट खड़ा हो गया है और उनका रो – रोकर बुरा हाल है।
वही हादसे की सूचना मिलने के बाद पलवल एसडीएम वैशाली सिंह और बिजली विभाग के ऐसई जोगिंदर हुड्डा भी मौके पर पहुंचे और परिजनों को आश्वासन दिया कि परिवार को उचित मुआवजा और एक सदस्य को योग्यता के आधार पर बिजली विभाग में नोकरी दी जाएगी। साथ ही विभाग के किसी कर्मचारी की इस मामले में लापरवाही पाई जाती है। तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। तब जाकर परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ और जाम को खोला गया। जिसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए पलवल के जिला अस्पताल भेजा।