हनीट्रैप के मामले में एक व्यक्ति को फंसा कर ₹300000 की मांग करने वाली दो मां बेटियों सहित 3 महिलाओं को पुलिस ने ₹80000 लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस तीनों महिलाओं से पूछताछ करने में जुटी हुई है। पीड़ित व्यक्ति का कहना है कि महिलाएं वेश्यावृत्ति का काम करती हैं और लोगों को फंसा कर इसी तरह से पैसे रखने का इनका धंधा है।
सीसर गांव की रहने वाली महिलाएं एक व्यक्ति के घर पर किराए पर रहती थी। जिन्होंने मकान मालिक के खिलाफ धारा 376 के तहत मामला दर्ज करा दिया और इस मामले में समझौता करने के लिए ₹300000 की मांग की। पीड़ित व्यक्ति ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। पुलिस ने इस मामले में टीम का गठन कर रोहतक के मानसरोवर पार्क में रेड की और मां बेटी सहित 3 महिलाओं को ₹80000 लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि इस संबंध में महिलाओं से पूछताछ की जा रही है और उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा।
पीड़ित व्यक्ति का कहना है कि इन महिलाओं का यह गैंग है और यह वेश्यावृत्ति का काम करती है और इसी तरीके से लोगों को अपने जाल में फंसा कर पैसा ऐंठती हैं। यह महिलाएं उनके घर में किराए पर रहती थी और पहले भी उन्होंने डरा धमका कर उनसे ₹500000 ले रखे हैं। जिसके बाद उनके खिलाफ 376 का मुकदमा दर्ज करा दिया और मामले में समझौता करने के लिए ₹300000 की मांग की थी।
यही नहीं इस सारे मामले में जींद रोड का एक होटल संचालक भी शामिल है, जो इस संबंध में समझौता कराने में पैरवी कर रहा था। उसके पास इनको देने के लिए इतने पैसे नहीं थे। फिर भी उनके बताए हुई जगह मानसरोवर पार्क में पहुंचा और जैसे ही इनको ₹80000 दिए तो पुलिस ने इनको गिरफ्तार कर लिया।