हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कांग्रेस पार्टी पर फिर तंज कसते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में ‘लडकी हूं लड़ सकती हूं’ का नारा देने वाली कांग्रेस पार्टी की कथनी व करनी में बहुत अंतर हैं। श्री विज आज अम्बाला एयरफोर्स स्टेशन पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के साथ विशेष विमान से दिल्ली रवाना होने से पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का अम्बाला पहुंचने पर पुष्पगुच्छे देकर स्वागत किया।
गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि एक तरफ तो कांग्रेस उत्तर प्रदेश में ‘‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का नारा देने वाली कांग्रेस हरियाणा में कुमारी शैलजा को 4 साल भी एडजस्ट नहीं कर सकी और बेरुखी के साथ उनको उनके पद से रुखसत कर दिया गया जोकि कांग्रेस का दोहरा चेहरा है। उन्होंने कहा यह कहते कुछ हैं और करते कुछ और हैं। महिलाओं के प्रति इनके मन में कोई सम्मान नहीं है। कांग्रेस कथनी और करनी में बहुत अंतर है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों हरियाणा कांग्रेस में अध्यक्ष पद को लेकर कुमारी शैलजा को कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है और उनके स्थान पर अब उदयभान को हरियाणा का नया अध्यक्ष बनाया गया है। हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी हरियाणा के पार्टी नेताओं से मुलाकात की थी।
अम्बाला शहीद स्मारक में दिखेगी दिल्ली में बन रहे स्मारकों को देखने के लिए विशेष विमान से दिल्ली रवाना गृह मंत्री विज
गृह मंत्री अनिल विज शुक्रवार सुबह अम्बाला एयरफोर्स स्टेशन से मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ विशेष विमान से दिल्ली रवाना हुए। पत्रकारों से बातचीत करते हुए गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि अम्बाला छावनी में जीटी रोड पर सन् 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम को समर्पित ऐतिहासिक शहीद स्मारक बनाया जा रहा है। इसी स्मारक को बेहतरीन बनाने के लिए हम दिल्ली जा रहे हैं, जहां प्रधानमंत्री जी की देखरेख में कुछ नए स्मारक बन रहे है। यह स्मारक कुछ कंपनियां बना रही है। इन्हीं स्मारकों को हम देखने जा रहे हैं ताकि इन्हें देखकर हमें अम्बाला का शहीद स्मारक और बेहतरीन बनाने के लिए सुझाव एवं आइडिया मिल सके। श्री विज ने कहा कि अम्बाला में बनने जा रहा 1857 की क्रांति का शहीद स्मारक विश्व में बेहतरीन एवं सर्वोत्तम बनाया जा सके, इसके पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।
गौरतलब है अम्बाला छावनी में लगभग 300 करोड़ रुपए की लागत से शहीद स्मारक का निर्माण किया जा रहा है। स्मारक का सिविल वर्क 85 प्रतिशत पूरा हो चुका है। स्मारक में अब केवल आर्ट वर्क शेष रह गया है। शहीद स्मारक में 1857 की क्रांति से जुड़े इतिहास को तीन चरणों में प्रदर्शित किया जाए। पहले चरण में अम्बाला से क्रांति का आगाज कैसे हुआ, दूसरे चरण में हरियाणा में क्रांति कहां-कहां फैली और तीसरे चरण में देशभर में क्रांति के समय परिस्थितियों को दर्शाया जाएगा।