एसिस्टेंट स्टेट ड्रग कंट्रोलर डॉक्टर प्रीजेंद्र सिंह, जिला औषधि नियंत्रक डॉक्टर मंदीप मान व रोहतक के सीनियर ड्रग कंट्रोलर डॉक्टर कृष्ण कुमार की टीम ने महम के गोहाना रोड स्थित दीपांजलि अस्पताल में छापेमारी की।
दोपहर को करीब एक बजे टीम ने जैसे ही अस्पताल में छापेमारी की तो अस्पताल स्टाफ में हड़कंप मच गया। छापेमारी करने पहुंची टीम अस्पताल के अंदर गेट के पास ही मेडिकल स्टोर में पहुंची तो वहां पर मंजीत नाम का एक लड़का मिला। जिससे फार्मेसी का लाइसेंस मांगा गया तो वह लाइसेंस पेश नहीं कर सका।
जिला ड्रग कंट्रोलर डॉक्टर मंदीप मान ने बताया कि यहां पर डॉक्टर हेमंत सोलंकी प्रेक्टिस करते हैं। यहां पर अवैध तरीके से बिना लाइसेंस दवाइयां बेची जा रही थी। ड्रग एंड कोस्टमेटिक एक्ट के तहत अस्पताल संचालक, यहां पर कार्यरत डॉक्टर और यहां पर अवैध रूप से फार्मेसी चलाने वाले युवक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ड्रग कॉस्मेटिक एक्ट के तहत यदि कोई अवैध रूप से फार्मेसी चलाता हुआ पाया जाता है तो ऐसे व्यक्ति की पांच साल की जेल की सजा भी हो सकती है।