पुलिस प्रवक्ता चमकौर सिंह ने बताया कि जिला यमुनानगर पुलिस की ओर से नशा मुक्ति के लिए चलाए जा रहे सही राह अभियान में शुक्रवार को लघु सचिवालय में मीटिंग हुई। जिसकी अध्यक्षता डीएसपी आशीष चौधरी ने की। मीटिंग में डीएसपी प्रमोद और सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक चेयरमैन मनमोहन खदरी ने युवाओं को नशा छोड़ने के प्रति जागरूक किया। मीटिंग में तीन नए पेशेंट पहुंचे थे। जिनका ट्रीटमेंट शुरू कराया गया।
इस दौरान डीएसपी आशीष चौधरी ने एंटी नारकोटिक्स सेल इंचार्ज राकेश राणा को आदेश दिए कि नशा बेचने वालों पर सख्त से सख्त एक्शन लिया जाए। सप्लाई चेन को तोड़ा जाए। वहीं समाज में यह माहौल पैदा हो कि पुलिस नशा बेचने वालों पर सख्त एक्शन ले रही है। आशीष चौधरी ने बताया कि पुलिस के इस अभियान के बाद नशा तस्करों में डर पैदा हुआ है। पहले जो काफी मात्रा में नशीला पदार्थ लेकर आते थे, अब कुछ तो छोड़ चुके हैं, लेकिन जो चोरी छिपे कर रहे हैं वे बहुत कम मात्रा में लेकर आ रहे हैं।
उन पर भी पुलिस की नजर है। जल्द इन लोगों पर भी एक्शन होगा। उन्होंने कहा कि नशा तस्करी के मामलों में जिन्हें 10 साल या इससे ज्यादा सजा हुई, वहीं जोकि भारी मात्रा में नशीले पदार्थ के साथ पकड़े गए उनकी संपत्ति की भी जांच की जा रही है। जांच में जो भी सामने आएगा उसके अनुसार संपत्ति जब्त करने को लेकर एक्शन होगा। उन्होंने बताया कि पुलिस की ओर से नशा छोड़ने वालों के लिए कैंप भी लगाए जाते हैं। पाचवां कैंप मंगलवार से शुरू होगा। इसके लिए रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है।
इस दौरान मनमोहन खदरी ने कहा कि नशा एक बीमारी है। इस बीमारी को हमें खत्म करने के लिए एकजुट होना पड़ेगा। वहीं जो युवा नशे की चपेट में है वे अपने माता-पिता के हालत को देखे। मां-बाप अपने बच्चों को काबिल बनाने के लिए दिन रात मेहनत करता है। लेकिन अगर बच्चे गलत संगत में पड़ जाए तो मां-बाप की पूरी मेहनत खराब जाती है। एडवोकेट सुशील आर्य ने कहा कि पुलिस की यह मुहिम सफल हो रही है। 400 से ज्यादा युवा नशा छोड़ चुके हैं। वहीं शिविर लगाकर नशे की चपेट में आए युवाओं को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ किया जा रहा है।
इस मौके पर अधिवक्ता सुशील आर्य, रिटायर्ड प्रिंसिपल डॉ विभा गुप्ता, सुरेंद्र मदान, फतेह सिंह गिल, ऑटो यूनियन के प्रधान रमेश मंगा समेत अन्य मौजूद रहे।